NEET PG 2021: मेडिकल कॉलेज में खाली 1456 सीटों पर अब काउंसलिंग नहीं होगी- सुप्रीम कोर्ट

NEET PG 2021 में ऑल इंडिया कोटे के तहत मेडिकल कॉलेज में खाली 1456 सीटों पर स्पेशल स्ट्रे राउंड काउंसलिंग या मॉप उप काउंसलिंग कराने की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खरिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते कहा कि क्वालिटी ऑफ एज्युकेशन से समझौता नहीं किया जा सकता है। नयी काउंसिलिंग न कराने का MCC और सरकार का फैसला मनमाना नही है।

सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा पहले खाली सीटों को भरने के लिए 8-9 राउंड काउंसिलिंग हो चुकी है ऐसे में नयी काउंसिलिंग न कराने का MCC और सरकार का फैसला मनमाना नही है बल्कि मेडिकल एजुकेशन और जन स्वास्थ्य के हित मे है। जनता के स्वास्थ्य को लेकर समझौता नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार ने सोच समझकर कॉउंसलिंग न कराने का फैसला लिया है इसे मनमाना नहीं कहा जा सकता है, पहले ही NEET PG 2021 का शैक्षणिक सत्र देरी से चल रहा है अब दोबारा काउंसिलिंग से और देरी होगी। 1456 सीट खाली है जिनमें 1 हज़ार से ज़्यादा नॉन क्लिनिकल सीट खाली है।

NEETPG 2021 में अखिल भारतीय कोटा (AIQ) के तहत मेडिकल कॉलेजों में खाली रह गई सीटों भरने के लिए स्पेशल स्ट्रे राउंड या मॉप उप काउंसलिंग कराने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता है। केंद्र सरकार ने कहा कि खाली सीटों को अब नहीं भरा जा सकता है। केंद्र सरकार ने कहा कि स्पेशल स्ट्रे राउंड काउंसलिंग नहीं कराई जा सकती है। NEET 2021 के लिए इस्तेमाल होने वाला सॉफ्टवेयर बंद किया जा चुका है।

सुप्रीम कोर्ट ने उदहारण देते हुए कहा था कि शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता है, मान लिए कोई 6 महीने से भूखा है तो क्या वह एक ही दिन में सब कुछ कहा सकता है? जवाब है नहीं, शिक्षा भी ऐसी ही है यह तीन साल का कोर्स है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमे नहीं पता था कि इतनी सीटें खाली रहने से पहले 8 राउंड की काउंसलिंग की गई थी। छात्र तीसरे वर्ष में भी दाखिले की मांग कर सकते है, इसको रोकना होगा।

मामले की सुनवाई के दौरान ASG बलवीर सिंह ने कहा कि यह कहा जा रहा है कि 1456 सीटें खाली है, जबकि इनमें से 800 से 900 सीटों पर उम्मीदवारों को चुना गया था लेकिन उम्मीदवारों ने प्रवेश नहीं लिया। इस लिए इतनी सीटें खाली रह गई। ASG ने कहा कि ऑल इंडिया कोटे में मेडिकल की 1456 खाली सीटों में से 1100 सीटें निजी संस्थानों में है जबकि 300 सीटें ही सरकारी संस्थानों में है इनमें से ज़्यादातर सीटें नॉन क्लिनिकल की है।

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