प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लखनऊ-गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के “प्रतीकात्मक उद्घाटन” की शुरुआत की। दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक दिन पहले ही यह बात कही थी कि वे साइकिल की सवारी करते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का प्रतीकात्मक उदघाटन करेंगे क्योंकि यह परियोजना उनके सरकार की थी।
यूपी विधानसभा के आगामी चुनावों के मद्देनजर, अखिलेश यादव लगातार प्रदेश की योगी सरकार और भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। वो लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जिन भी परियोजनाओं का उदघाटन या शिलान्यास कर रही है वो सभी समाजवादी पार्टी के शासनकाल की हैं। वे लगातार आरोप लगा रहे हैं कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोई नया काम नहीं किया है और उदघाटन का उदघाटन कर रही है।
इसी क्रम में उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की साइकिल से प्रतीकात्मक उद्घाटन की घोषणा की थी। यादव ने मंगलवार को दिसंबर 2016 में मुख्यमंत्री के रूप में उनके द्वारा एक्सप्रेसवे के उद्घाटन और शिलान्यास समारोह की तस्वीरें ट्वीट कीं। 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें गाजीपुर से आजमगढ़ विजय यात्रा के लिए एक्सप्रेसवे के रास्ते जाना था लेकिन प्रशासन ने एक्सप्रेसवे पर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
यूपी में डबल इंजन की सरकार की रफ्तार से अखिलेश जी डबल परेशान है!
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) November 16, 2021
अखिलेश जी सोच में डूबे हुए है कि कैसे 341km लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन गया और 1 रू. का भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ…यदि वो सत्ता में होते तो 2-लेन एक्सप्रेस-वे बनाते और बाकी 4-लेन का पैसा अपनी तिजोरी में भर लेते।
वहीं दूसरी तरफ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने अखिलेश यादव के इस रवैये पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया,”यूपी में डबल इंजन की सरकार की रफ्तार से अखिलेश जी डबल परेशान है। अखिलेश जी सोच में डूबे हुए है कि कैसे 341km लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन गया और 1 रू. का भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ। यदि वो सत्ता में होते तो 2-लेन एक्सप्रेसवे बनाते और बाकी 4-लेन का पैसा अपनी तिजोरी में भर लेते।”