
Desk: यूक्रेन रूस के बीच युद्ध अभी तक थमा नहीं हैं, युद्ध में एक भारतीय छात्र की भी मौत हो गयी थी. भारतीय छात्र यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढाई कर रहा था, युद्ध के दसवे दिन रूस के तरफ से की गयी गोली बारी में छात्र को गोली लग गयी थी और मौत हो गयी थी. मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के माता-पिता ने बेटे के शव को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पिता ने बताया कि वो अपने बेटे के शव को चिकित्सा अनुसंधान के लिए दान करने का फैसला किया है.
शनिवार को जानकारी देते हुए नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पिता ने बताया कि उनका बेटा मेडिकल के क्षेत्र में कुछ करना चाहता था, लेकिन यह उसका सपना पूरा न हो सका. आगे उन्होंने बताया कि हमने निर्णय लिया है कि नवीन के शरीर का उपयोग मेडिकल क्षेत्र में हो जिससे अन्य चिकित्सा के क्षेत्र में जुड़े अन्य छात्रों को मदद मिले. यही कारण चिकित्सा अनुसंधान के लिए शरीर दान करने का फैसला किया है.
भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का शव सोमवार को सुबह 3 बजे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पहुंचेगा. हालांकि पहले सरकार द्वारा शव रविवार को लाने की घोषणा की गई थी. यहाँ से उनके शव को उनके गांव ले जाया जायेगा जहा पर अंतिम दर्शन के लिए उनके शव को रखा जायेगा.
गौरतलब है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने नवीन शेखरप्पा के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा भी किया है.