MLC चुनाव : 2024 की जंग से पहले विपक्ष में फूट, कांग्रेस और बसपा विधायकों ने नहीं डाला वोट

सपा को उम्मीद थी कि विधान परिषद चुनाव में विपक्षी दल उनके साथ खड़े हैं. लेकिन मतदान वाले दिन कांग्रेस के 2 विधायकों और बसपा के एक विधायक ने अपना वोट ही नहीं डाला. इसके साथ ही सपा के उम्मीदों पर पानी फिर गया. विपक्ष में कांग्रेस और बसपा ने अपनी राहें अलग बना रही हैं.

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा के खिलाफ विपक्ष की गोलबंदी की हवा निकल गई है. सोमवार को लखनऊ में विधान परिषद की दो सीटों के लिए मतदान हुआ. समाजवादी पार्टी ने इन सीटों पर दो प्रत्याशियों को टिकट दिया था. सपा को उम्मीद थी कि विपक्षी दल उनके साथ खड़े हैं. लेकिन मतदान वाले दिन कांग्रेस के 2 विधायकों और बसपा के एक विधायक ने अपना वोट ही नहीं डाला.

इसके साथ ही सपा के उम्मीदों पर पानी फिर गया. विपक्ष में कांग्रेस और बसपा ने अपनी राहें अलग बना रही हैं. एमएलसी चुनाव में अब तक 7 विधायकों ने अपने वोट नहीं डाले हैं. सपा विधायक मनोज पारस ने भी अपना वोट नहीं डाला. यह समाजवादी पार्टी को एक झटका भी है. उम्मीद थी कि एमएलसी चुनाव के से विपक्षी एकजुटता की शुरूआती झलक मिलेगी.

लेकिन कांग्रेस और बसपा विधायकों ने सपा प्रत्याशी का समर्थन ना करके ये संकेत दे दिए हैं कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी एकजुटता को लेकर किये जा रहे बड़े-बड़े दावे खोखले साबित हो रहे हैं. यूपी में विपक्ष एकजुट नहीं है. समाजवादी पार्टी भी अन्तर्कलह को अब तक शांत नहीं कर पाई है. सपा विधायक अपने ही प्रत्याशी का समर्थन करने से कतराते नजर आ रहे हैं.

यूपी में भाजपा की स्थिति मजबूत है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिहाज से अगर विपक्ष एकजुट नहीं हो पाता है तो इसका बहुत बड़ा लाभ बीजेपी को मिलने वाला है. कांग्रेस और बसपा विधायकों ने जिस तरह मौके पर अपना पल्ला झाड़ा है और मतदान से किनारा कर लिया है, इसने विपक्षी एकजुटता की पोल खोल कर रख दी है. सपा चाहें भले ही बड़े-बड़े दावे क्यों ना कर रही हो लेकिन एकजुट विपक्ष के उनके सपने पर एक बार फिर कांग्रेस और बसपा ने पानी फेर दिया है.

Related Articles

Back to top button