कौशांबी. सहकारिता विभाग और पीसीएफ के बड़े अफसरों के कुप्रबंधन के चलते प्रदेश में DAP का बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुना आवंटन किया हुआ है, लेकिन लखनऊ में बैठे सहकारिता विभाग के नकारा अफसरों की लापरवाही और कुप्रबंधन ने किसानों की परेशानी को और बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है की डीएपी की ग्राउंड हैंडलिंग में गड़बड़ी की जा रही है। पीसीएफ और शासन में बैठे आला अफसर डीएपी को सेंटर तक पहुंचाने की कोई ठोस व्यवस्था तक नही कर पाए। यदि समय रहते यह व्यवस्था हो गई होती तो किसानों को डीएपी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ता। विभागीय मंत्री पर आरोप है की वो काम पर ध्यान देने के बजाय दूसरे मामलों में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। विभागीय प्रमुख सचिव और पीसीएफ के एमडी भी अपने मंत्री की राह पर है। उच्च स्तर से मॉनिटरिंग नही होने के कारण अफसरों की पूरी मौज है और किसान इस ठंड में दिन दिन भर लाइन लगाकर खड़ा रहता है लेकिन उसको डीएपी नही मिलती।
जानकारी के मुताबिक, कौशांबी जिले में 68 साधन सहकारी समितियों को 854 टन डीएपी भेजी गई। मंझनपुर क्षेत्र की 21 सहकारी समितियों में 250 बोरी भेजी गई। डीएपी की जानकारी होते ही किसान सुबह से लाइन में लग गये। लेकिन शाम होते ही खाद की ब्रिक्री हो गई। जिससे लाइन में लगे सैकड़ों किसानों को फिर मायूस होकर लौटना पड़ा। खाद ने मिलने से नाराज किसानों ने साधन सहकारी समिति मंझनपुर में प्रदर्शन किया। इसी प्रकार मूरतगंज व नेवादा के 22 साधन सहकारी समितियों में भी डीएपी की खेप पहुंची। जिसकी भनक लगते ही खाद लेने को किसानों के बीच होड़ मच गई। कम मात्रा में पहुंची खाद और किसानों की भीड़ देख केन्द्र प्रभारी ने अपना पीछा छुड़ाते हुए प्रति किसान एक बोरी खाद का वितरण किया और खाद खत्म होते ही समिति में ताला लगाकर गायब हो गए। जबकि कई किसान शाम तक इंतजार करते रहे फिर मायूस होकर वह भी घर लौट गये।
सचिव पर ब्लैक में खाद बेचने का आरोप
किसानों का कहना है कि गेंहू की बोआई जोरों पर शुरू हो गई है। अब उन्हें डीएपी खाद की आवश्यकता है। खाद के अभाव में खेती प्रभावित हो रही है। साधन सहकारी समिति कनैली में समिति के बाहर खाद के इंतजार में खड़े किसानों ने सचिव पर ब्लैक में खाद बेचने का आरोप लगाया। किसानों का आरोप है कि कनैली साधन सहकारी समिति में दो सौ बोरी डीएपी आयी थी। सचिव ने 10:30 बजे गोदाम खोला और अपने चहेतो किसानों को 5 बोरी और 10 बोरी खाद देकर दोपहर 2 बजे ही सोसाइटी में ताला लगाकर गायब हो गये। किसान शाम तक ताला खुलने का इंतजार करते रहे फिर मायूस होकर घर लौट गये। यही हाल नवादा में भी देखने को मिला पुरखास सहकारी समिति में ताला लटकता रहा। कुछ ही किसानों को खाद मिल सकी। जबिक सैकड़ों किसानों को मायूस होकर खाली हाथ घर लौटना पड़ा।