दिल्ली- कोयला मंत्रालय की ओर से बड़ी जानकारी दी गई है. बता दें कि कोयला मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अक्टूबर में कोयला उत्पादन 7.4 प्रतिशत बढ़कर 84.45 मीट्रिक टन हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह 78.57 मीट्रिक टन था.
अक्टूबर में कैप्टिव और अन्य संस्थाओं से कोयला उत्पादन बढ़कर 16.59 मीट्रिक टन हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह 11.70 मीट्रिक टन था.अक्टूबर में कोयला प्रेषण में वृद्धि देखी गई, जो पिछले वित्त वर्ष के अक्टूबर में दर्ज 79.25 मीट्रिक टन की तुलना में बढ़कर 82.89 मीट्रिक टन हो गया.
कोयला मंत्रालय ने कहा,कैप्टिव और अन्य संस्थाओं से कोयला प्रेषण भी अक्टूबर 2024 में बढ़कर 16.18 मीट्रिक टन हो गया, जबकि अक्टूबर 2023 में यह 11.83 मीट्रिक टन था, जो 36.83 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
कोयला मंत्रालय ने कहा कि 2024-25 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में भारत का कोयला उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 506.56 मीट्रिक टन की तुलना में 6.1 प्रतिशत बढ़कर 537.45 मिलियन टन (एमटी) हो गया. अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान संचयी कोयला प्रेषण 2023-24 में इसी अवधि के 541.51 मीट्रिक टन की तुलना में बढ़कर 571.39 मीट्रिक टन हो गया.
इसी के साथ मंत्रालय ने कहा कि केंद्र देश की ऊर्जा मांगों को पूरा करने के लिए एक विश्वसनीय कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें उत्पादन को बढ़ावा देने, रसद को सुव्यवस्थित करने और देश के ऊर्जा लक्ष्यों का समर्थन करने पर निरंतर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.