टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बड़ी मुसीबत में फस गए है । दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ उनके दो पूर्व बिजनेस पार्टनर्स मिहिर दिवाकर और सौम्या दास ने दिल्ली हाइकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इन दोनों ने अपनी पिटीशन में कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी और उनके प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे लोगों ने उनके खिलाफ ऐसे बेबुनियाद इल्जाम लगाए हैं, जिन्हें मीडिया में व्यापक रूप से रिपोर्ट किए जाने की वजह से उनकी छवि धूमिल हुई है ।
आपको बतां दे कि मिहिर दिवाकर रणजी खिलाड़ी रहे हैं और महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेल चुके हैं। वह साल 2000 में भारत की अंडर-19 टीम का भी हिस्सा भी रह चुके हैं। मिहिर और सौम्या पति-पत्नी हैं और दोनों आर्का स्पोर्ट्स मैनेजमेंट नाम से कंपनी चलाते हैं। कुछ समय पहले महेंद्र सिंह धोनी और आर्का कंपनी के बीच ग्लोबल लेवल पर क्रिकेट एकेडमी खोलने को लेकर करार हुआ था। लेकिन ये करार इस कंपनी ने पूरा नहीं किया, जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने सीमांत लोहानी के जरिए से इस कंपनी के संचालकों यानी मिहिर दिवाकर और सौम्या दास के खिलाफ करार की शर्तों का उल्लंघन करने और 15 करोड़ की धोखाधड़ी का इल्जाम लगाते हुए रांची की कोर्ट में क्रिमिनल केस दर्ज कराया था ।
इसके बाद अब मिहिर दिवाकर और सौम्या दास ने दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का जो मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें उन्होंने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी द्वारा लगाए गए झूठे इल्जामों से उनकी इज्जत को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कोर्ट से दरख्वास्त किया है कि उनकी इज्जत को नुकसान पहुंचाने वाले काम पर रोक लगाई जाए। दोनों ने ये मुकदमा अपने वकील ऋषि कुमार अवस्थी के जरिए दिल्ली हाइकोर्ट में दर्ज कराया है। 18 जनवरी को इस मामले में जस्टिस प्रतिभा एम सिंह के सामने होनी है ।