डिजिटल अरेस्ट, गेमिंग और फिटनेस ये हैं पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम की खास बातें

मन की बात कार्यक्रम में आज पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट का जिक्र किया। ये मुद्दा पिछले कई दिनों से देश में सुर्खियां बटोर रहा था।

मन की बात कार्यक्रम में आज पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट का जिक्र किया। ये मुद्दा पिछले कई दिनों से देश में सुर्खियां बटोर रहा था। इसी पर बात करते हुए पीएम मोदी ने महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपनी बात रखी। पीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल फ्रॉड से सावधान रहने की जरूरत है। डिजिटल फ्रॉड से बचने के लिए समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने ये भी बताया कि फ्रॉड कॉल आए तो सबसे पहले ‘रूके, सोचें और फिर ऐक्शन’ लें। डिजिटल अरेस्ट सिर्फ झूठ और फ्ऱॉड है। क्योंकि कोई भी जांच एजेंसी वीडियो कॉल नहीं करती।

फिटनेस और ट्रैडिशनल गेम्स पर कही ये बात

पीएम ने अपने कार्यक्रम में कहा कि कुछ लोग वीकेंड पर फिटनेस और फैमिली फिटनेस एक्टिवटी पर काफी फोकस कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि इसका एक और उदाहरण है इंडिजीनियस गेम रिवाइवल का, यानि कुछ परिवार अपने बच्चों को ट्रैडिशनल गेम्स सिखा और खिला रहे हैं।

डिजिटल अरेस्ट पर कैसे करें बचाव

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में डिजिटल अरेस्ट से बचाव का जिक्र करते हुए कहा कि जब भी इस तरह कोई कॉल आए तो सबसे पहले रुको, सोचो और फिर एक्शन लो, जल्दबाजी में कोई भी कदम नहीं उठाना है। दूसरी बात सोचो की कैसे कोई एजेंसी आपसे इस तरह से पूछताछ कर सकती है। वीडियो कॉल पर धमकी दे सकती है। जब कभी भी ऐसा हो तो सबसे पहले स्क्रीनशॉट लें और हो सके तो रिकॉर्ड भी करें। इसकी कंप्लेंट आप 1930 पर डायल करके भी कर सकते हैं। इसके अलावा cybercrime.gov.in पर भी अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।

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