बढ़ती उम्र के साथ गर्दन का दर्द लोगों में आम समस्या के तौर पर देखा गया है. इसे चिकित्सकीय भाषा में सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस (Cervical Spondilitis) भी कहा जाता है. वैसे तो Cervical Spondilitis के कई कारण होते हैं लेकिन यह ज्यादातर उम्र बढ़ने से संबंधित होता है. शरीर के बाकी हिस्सों की तरह, गर्दन (Cervical Spine) में डिस्क (Disk) और जोड़ (Joints) धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ खराब हो जाते हैं.
Cervical Spondilitis को दिनचर्या में योगाभ्यास जैसी चीजों को शामिल करके ठीक किया जा सकता है. गर्दन का गठिया कहे जाने वाले इस रोग को दूर करने के लिए योग विशेषरूप से कारगर हो सकता है. गर्दन के दर्द को आप पद्मासन, यष्टिकासन और ताड़ासन जैसे योग मुद्राओं के नियमित अभ्यास से दूर कर सकते हैं.
रोजाना शारीरिक कसरत और व्यायाम के अलावा गर्दन के गठिया को दूर करने के लिए आप आयुर्वेद का भी सहारा ले सकते हैं. ठंडी-गर्म सिंकाई के साथ ही खाने में प्रचुर मात्रा में गाय के घी का सेवन इस रोग में बहुत लाभकारी होता है. हल्दी एक ऐसा घरेलु नुस्खा है जो Cervical Spondilitis को ठीक करने में बेहद फायदेमंद माना जाता है. आप चाहे तो दूध में हल्दी मिला कर पी सकते हैं। इससे आपको गर्दन की गठिया से निश्चित निजात मिलेगी.