One Nation One Election Bills: लोकसभा में वन नेशन वन इलेक्शन बिल पेश किया गया हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज लोकसभा में ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024’ प्रस्तुत किया, जिसका उद्देश्य लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराना है।
ये सरकार तानाशाही कर रही
इस पहल का उद्देश्य चुनावी प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना और प्रशासनिक व वित्तीय बोझ को कम करना है। वही बिल पेश होते ही कांग्रेस और सपा सांसदों ने विरोध करना शुरु कर दिया और आलोचना करते हुए इसे संघवाद पर हमला बताया। वही सपा के आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने इस मामले पर कहा कि ये सरकार तानाशाही कर रही हैं..
क्या है ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’?
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का मतलब है कि एक राष्ट्र में एक चुनाव। भारत में अभी अलग-अलग राज्यों के विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव, नगरपालिकाओं और पंचायत चुनाव अलग-अलग समय पर होते आए हैं। हालांकि, बीजेपी की सरकार चाहती है कि देश में लोकसभा, विधानसभा, नगरपालिकाओं और पंचायत चुनाव एक साथ ही हों। जिसकी वजह से भाजपा इस बिल को आज पेश की हैं।
इंदिरा गांधी ने इसे अस्वीकार कर दिया
आपको बता दें कि एक राष्ट्र में एक चुनाव ये जो सिफारिश हैं, ये सिफारिश 1983 में भारतीय चुनाव आयोग ने भी की थी, हालांकि, तब इंदिरा गांधी ने इसे अस्वीकार कर दिया था।