उत्तर प्रदेश में करीब 10 हजार बिजली मीटर घाटिया मिले है। घटिया मीटर मिलने के बाद कंपनी का भुगतान रोक दिया गया है, और उस कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की तैयारी चल रही है। अब पूरे प्रदेश में नए सिरे से बिजली मीटरों की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि नियमानुसार सालभर में एक फीसदी मीटर खराब होने की आशंका रहती है, लेकिन यहां 4.86 फीसदी मीटर खराब पाए गए हैं।
यूपी में करीब 3.45 करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं। जिनमे से नए उपभोक्ताओं के घरों में मीटर संबंधित विद्युत वितरण निगम द्वारा मीटर लगाया जाता है। अगर बात करें वर्ष 2023 की इस वर्ष में लिंकवेल टेलीसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा दक्षिणांचल में तीन अनुबंध के जरिए 2.25 लाख और मध्यांचल में एक लाख साधारण मीटर की आपूर्ति की गई। इस दौरान एक साल के अंदर ही 4.86 फीसदी मीटर नियम के विपरीत खराब मिले।
करीब 10 हजार खराब मिलने बिजली मीटरों में डिस्प्ले न होना, मीटर रीडिंग उपकरणों में गड़बड़ी सहित कई तरह की अनियमितता पाई गई है। जिसके बाद दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा लिंकवेल टेलीसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का भुगतार रोक दिया गया है और उस कपंनी को काली सूची में डालने की तैयारी चल रही है और पूरे प्रदेश में खराब मीटरों की जांच शुरू कर दी गयी है।