बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था: 12 दिन के नवजात की एम्स में बेड न मिलने से गई जान, पिता लगाता रहा गुहार, पढ़े पूरी खबर

Desk : एम्स ऋषिकेश में समय पर इलाज न मिलने के चलते 12 दिन के नवजात की मौत हो गई. बच्चे का पिता उसे भर्ती करने के लिए गिड़गिड़ा रहा, लेकिन संस्थान के अधिकारियों ने आईसीयू बेड फुल होने की दलील देकर उसे चलता कर दिया. नवजात को प्राइवेट अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई.

राज्य में केंद्र सरकार ने प्रदेश के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की है. संस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन शुरू हुआ, तो भारी तादाद में सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, आसपास के राज्यों से भी लोग यहां इलाज को पहुंचने लगे, लेकिन वर्ल्ड क्लास सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराने का दावा करने वाले एम्स प्रशासन के पास नवजात बच्चों के पास पर्याप्त आईसीयू बेड ही नहीं हैं. इसी बेड की कमी के चलते एक 12 दिन के नवजात बच्चे की मौत हो गई.

गंभीर स्थिति होने के बावजूद उसे संस्थान में आईसीयू बेड नहीं मिला. लिहाजा, मजबूरन परिजनों को नवजात को प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाना पड़ा. इसी बीच नवजात की मौत हो गई. अब एम्स प्रशासन ने लापरवाही के आरोपों पर सफाई दी है. संस्थान के अधिकारियों का दावा है कि पीडियाट्रिक वार्ड के इंसेंटिव केयर यूनिट में आईसीयू बेड 24 हैं, जोकि बच्चे को लाने के दौरान फुल थे. जबकि, बच्चे का अन्य प्राथमिक उपचार संस्थान में तत्काल किया गया. बता दें‌ कि, बच्चे के पिता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

Related Articles

Back to top button