
नई दिल्ली; भारत के चंद्रयान-3 को मिली सफलता की चर्चा दुनिया भर में हो रही है. इस ऐतिहासिक कार्य को करने के लिए कई देशों ने इसरो को बधाई दी है. पीएम मोदी ने भी इसरो मुख्यालय पहुंचकर वैज्ञानिकों से मुलाकात की और बधाई दी. वैज्ञानिकों की सफलता से गदगद पीएम मोदी ने मिशन आदित्य लांच करने की भी घोषणा कर दी है. चांद पर तिरंगा फहराने के बाद इसको के वैज्ञानिक अब आदित्य एल- 1 के जरिए सूर्य की बारीकियों का भी अध्ययन करेंगे.
चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद अपना काम बखूबी कर रहा है. 14 दिनों तक चांद की सतह पर भ्रमण करने के बाद चंद्रयान जरूरी डेटा जुटाएगा. इस डेटा के आधार पर इसरो के वैज्ञानिक अपना विश्लेषण तैयार करेंगे. जिससे चंद्रमा से जुड़ी कई अहम जानकारियां लोगों तक पहुंच सकेंगीं. साथ ही ऐसे कई मिथक भी दूर होंगे जो अब तक दुनिया के लोग सुनते आए हैं.
रोवर बखूबी कर रहा अपना काम- ISRO प्रमुख
शनिवार को केरल पहुंचे ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने चंद्रयान- 3 को लेकर लेटेस्ट जानकारी दी है. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम इस मिशन की कामयाबी पर बहुत खुश हैं. वैज्ञानिक मिशन के अधिकांश उद्देश्य पूरे होने जा रहे हैं. सभी वैज्ञानिक डेटा बहुत अच्छे दिख रहे हैं. हम आने वाले 14 दिनों में चंद्रमा से डेटा मापना जारी रखेंगे. हमें उम्मीद है कि ऐसा करते हुए हम विज्ञान में सफलता हासिल करेंगे. हम अगले 13-14 दिनों के लिए उत्साहित हैं.
शिव शक्ति प्वाइंट पर मूनवॉक कर रहा प्रज्ञान रोवर
इसरो ने प्रज्ञान रोवर की एक ताजा वीडियो ट्विटर के जरिए साझा की है. इस वीडियो में प्रज्ञान रोवर शिव शक्ति प्वाइंट पर मूनवॉक करता नजर आ रहा है. प्रज्ञान रोवर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्र रहस्यों की खोज में आसपास घूमता दिख रहा है. अब तक उसने चांद की सतह पर 26 फीट की सैर की है. वह 1 सेमी प्रति सेकंड की रफ्तार से चांद की सतह पर चल रहा है. साथ ही प्रज्ञान रोवर ने अब तक चांद से जुड़ी कई अहम जानकारियां भेजी हैं. जिसके आधार पर इसरो के वैज्ञानिक विश्लेषण तैयार कर रहे हैं.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 26, 2023What's new here?
Pragyan rover roams around Shiv Shakti Point in pursuit of lunar secrets at the South Pole! pic.twitter.com/1g5gQsgrjM
3 में से 2 लक्ष्य पूरे- ISRO
ISRO ने जानकारी दी है कि चंद्रयान-3 ने अपने 3 लक्ष्यों में से 2 लक्ष्यों की पूर्ति कर ली है. चंद्रयान-3 का पहला लक्ष्य था कि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग हो. वहीं, दूसरा लक्ष्य प्रज्ञान रोवर को चांद की सतह पर घुमाना था. इन दोनों लक्ष्यों की पूर्ति इसरो ने कर ली है. जिसकी पुष्टि ISRO ने स्वयं की है. इसरो की तीसरा लक्ष्य है कि प्रज्ञान द्वारा भेजे गए आंकड़ों का वैज्ञानिक शोध. इसको लेकर लगातार काम जारी है.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 26, 2023
Of themission objectives,
Demonstration of a Safe and Soft Landing on the Lunar Surface is accomplished
Demonstration of Rover roving on the moon is accomplished
Conducting in-situ scientific experiments is underway. All payloads are…