4G हुआ पुराना 5G का आया जमाना, जाने क्या है 5G की खासियात और कैसे कर पाएंगे इस्तेमाल

अगर ये कहा जाए कि 4G अब पुराना हो गया है तो कोई आश्चर्य नही होगा क्योंकि अब देश में 5G सेवा की शुरुआत हो गई है।

अगर ये कहा जाए कि 4G अब पुराना हो गया है तो कोई आश्चर्य नही होगा क्योंकि अब देश में 5G सेवा की शुरुआत हो गई है। 4G की तुलना में 5G के पास 100 गुना ज्यादा स्पीड देने की क्षमता है। अगर आसान शब्दों में समझा जाए तो 5G आज के दौर में सबसे आधुनिक स्तर का नेटवर्क है। 4G की तुलना में 5G का क्षेत्र काफी विस्तृत होगा। 5G की सबसे खास बात यह है कि यह इसका नेटवर्क बेहद व्यापक और हाई स्पीट से भरा हुआ है।

स्पीड
4G फिलहाल 100 Mbps तक की टॉप स्पीड तक पहुंच सकता है। 5G में 4G की तुलना में 100 गुना तेज होने की क्षमता। इसकी टॉप थ्योरिटकल स्पीड 20 Gbps है। रियल वर्ल्ड में 4G का परफार्मेंश 35Mbps से ज्यादा नही होती तो वहीं 5G स्पीड रियल वर्ल्ड में 50Mbps से 3Gbps तक पहुंच सकता है। जिस वीडियो को डाउनलोड करने में 2G नेटवर्क में 2.8 दिन तो 3G में 2 घंटे लगते थे, 4G के आ जाने से इस वीडियो को 40 मिनट में डाउनलोड कर लिया जा सकता है अब 5G इसी वीडियो को मात्र 35 सेकेंड में डाउनलोड कर देगा।

लेटेंसी
इंफॉर्मेशन के पैकेट को एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट तक ट्रैवल करने में जितना टाइम लगता है उसे लेटेंसी कहते हैं। 4G नेटवर्क में लेटेंसी वर्तमान में लगभग 50 मिलीसेकंड है, जबकि 5G में 1 मिलिसेकंड तक पहुंचने की उम्मीद।

कवरेज
4G को आए हुए एक दशक बीत चुके हैं। इतने लम्बे समय के बाद भी दुनिया भर में अभी भी बहुत से ऐसे दूरदराज और ग्रामीण इलाकें हैं जहां पर 4G कवरेज काफी खराब है। 5G को 4G के समान कवरेज तक पहुंचने में कई साल लगेंगे।

डिवाइस कनेक्ट करने की क्षमता
4G के मुकाबले 5G में यूजर को ज्यादा तकनीकी सहूलियतें मिलेंगी। 4G में एक ही लोकेशन पर कई डिवाइस को संभालने में परेशानी होती है। हममें से कुछ लोगों ने भीड़भाड़ वाले स्पोर्ट इवेंट या म्यूजिक कॉन्सर्ट के दौरान अपने फोन का इस्तेमाल करते समय इसका अनुभव किया होगा। 5G में प्रति वर्ग किलोमीटर 10 लाख डिवाइस संभालने की क्षमता है।

क्या मंहगे होंगे प्लान?
भारत में 5जी स्पेक्ट्रम कि निलामी अभी कुछ समय पहले ही हुई थी। अभी तक टेलीकॉम कंपनियों ने अपने रिचार्ज प्लान को लेकर कोई भी जानकारी अभी तक साझा नही की है। लोगों का कहना है कि नई तकनीक को लाने में हुए खर्च की वजह से 5G सेवा की कीमतें 4G से ज्यादा रहने का अनुमान है।

आम उपभोक्ता को कब तक मिल जाएंगी 5G सेवाएं ?
देश में पहले चरण में 13 शहर अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे में 5G कनेक्टिविटी की शुरुआत होगी। पूरे भारत में इसके पहुंचने में 2023 के पहली तिमाही तक का समय लग सकता है। कंपनी ने दिसंबर 2023 तक देश के हर शहर, हर तालुका 5G सेवाएं पहुंचाने की बात कही है।

5G कहां होगा ज्याद कारगर
5G की लॉन्चिंग के बाद टेक्नोलॉजी से जुड़े सभी क्षेत्रों में बदलाव देखने को मिल सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में-खासकर अस्पतालों, हवाई अड्डों और डाटा संग्रहण में 5G बड़ी भूमिका निभाएगा। वायरलेस तकनीक की अगली पीढ़ी सिर्फ फोन तक सीमित नहीं होगी, 5G की उन्नत तकनीक और उच्च क्षमता सभी चीजों को एक दूसरे से जोड़ देगी।

क्या 5G सेवाओं के लिए क्या लगेंगे और टावर?
5G नेटवर्क के लिए किसी भी प्रकार का कोई अतिरिक्त टावर नहीं लगाया जाएगा। यह उन्हीं रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करेगा, जिन पर मौजूदा मोबाइल डेटा, वाई-फाई और सैटेलाइट संचार चलता आ रहा है।

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