
टीमलीज सर्विसेज ने यात्रा और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में भर्ती रुझानों पर विस्तृत जानकारी दी है। कंपनी की “एम्प्लॉयमेंट आउटलुक रिपोर्ट” के अनुसार, भारत के यात्रा और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें 66 प्रतिशत कंपनियां अपनी कार्यबल को बढ़ाने की योजना बना रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि (अक्टूबर से मार्च) में नेट एम्प्लॉयमेंट चेंज (NEC) 8.2 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो इस क्षेत्र में रोजगार सृजन की गति को दर्शाता है।
विकास के प्रमुख कारण
यात्रा और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र का विकास स्मार्ट पर्यटन प्रौद्योगिकियों, MICE (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एक्सिबिशन) गतिविधियों की पुनरुद्धार और सतत पर्यटन प्रथाओं पर बढ़ती फोकस के कारण हो रहा है। ये कारक उद्योग के परिदृश्य को नया रूप दे रहे हैं, जिससे नए रोजगार अवसर पैदा हो रहे हैं और स्थिरता समन्वय, स्मार्ट यात्रा अनुभव डिजाइन और संपर्क रहित प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन जैसे क्षेत्रों में कौशल विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है।
आर्थिक महत्व
भारत की यात्रा और पर्यटन उद्योग ने 2024 में देश के GDP में 9 प्रतिशत का योगदान दिया, जो पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है। घरेलू यात्रा में भी वृद्धि देखी जा रही है, खासकर धार्मिक पर्यटन और टियर-2 और टियर-3 शहरों की यात्रा में। सरकार की पहल, जैसे स्वदेश दर्शन योजना और PRASHAD योजना, क्षेत्र के विस्तार में मदद कर रही हैं।
रोजगार अवसरों में वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल कंपनियों ने भारत के विभिन्न शहरों में भर्ती की योजना बनाई है। मुंबई (58 प्रतिशत), हैदराबाद (54 प्रतिशत) और अहमदाबाद (49 प्रतिशत) जैसे टियर-1 शहरों में नौकरी की मांग अधिक है, जबकि कोयंबटूर, विशाखापत्तनम और जयपुर जैसे टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी रोजगार केंद्र के रूप में विकास हो रहा है। पुणे, विशाखापत्तनम और कोच्चि जैसे नए स्थान भी अब रोजगार के महत्वपूर्ण केंद्र बन रहे हैं।
कौशल की बढ़ती मांग
कंपनियों द्वारा भर्ती की योजना में बिक्री (76 प्रतिशत), विपणन (46 प्रतिशत), कार्यालय सेवा (35 प्रतिशत) और सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (18 प्रतिशत) जैसे पदों की प्रमुख मांग है। इंजीनियरिंग और ब्लू कॉलर नौकरियों की भी मांग में वृद्धि हो रही है, जो क्षेत्र के ऑपरेशनल और तकनीकी विकास को दर्शाती है।
कंपनियों का दृष्टिकोण
टीमलीज सर्विसेज के सीनियर वीपी और बिजनेस हेड, बालासुब्रमणियन ए ने कहा, “यात्रा और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में 66 प्रतिशत कंपनियों द्वारा सकारात्मक भर्ती रुझान यह दर्शाता है कि यह उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है। कंपनियां आज के पर्यावरणीय रूप से सचेत और अनुभव-प्रेरित यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं। हमारी रिपोर्ट यह दिखाती है कि टियर-2 और टियर-3 शहर अब प्रमुख रोजगार केंद्र के रूप में उभर रहे हैं, जो नए क्षेत्रों में प्रतिभाओं के लिए अवसर पैदा कर रहे हैं।”
सततता और नवाचार की दिशा में विकास
जैसे-जैसे यात्रा और हॉस्पिटैलिटी उद्योग बढ़ रहा है, इसकी सततता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता भी स्पष्ट हो रही है। कंपनियां पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सचेत यात्रा विकल्पों, स्मार्ट पर्यटन बुनियादी ढांचे और सहज डिजिटल अनुभवों को प्राथमिकता दे रही हैं, ताकि यह क्षेत्र वैश्विक रुझानों के अनुरूप हो। यह परिवर्तन भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है और इसे एक गतिशील रोजगार सृजनकर्ता के रूप में स्थापित कर रहा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत
टीमलीज सर्विसेज की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि यात्रा और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हो रही है और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, खासकर नए क्षेत्रों और शहरों में। कंपनियां इस क्षेत्र को और विकसित करने के लिए सततता, स्मार्ट प्रौद्योगिकी और नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है।









