बारिश में डूबा लखनऊवा तहजीब; मस्ती की आड़ में महिला से अभद्रता और हुड़दंग का जिम्मेदार कौन…?

सीएम योगी ने एक्शन लेते हुए क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस उपायुक्त को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।

दिनदहाड़े महिला से बदसलूकी, राह चलते राहगीरों को गाडी से गिराना और सड़क पर उपद्रवियों का हुड़दंग। ये बेशर्मी वाला नजारा कहीं और का नहीं बल्कि अपने अदब और तहजीब के लिए जाना जाने वाले शहर लखनऊ का है। तस्वीरें ऐसी जो इंसानियत को भी शर्मशार कर दे। मामले से जुड़ा वीडियो जब सामने आया तो ऐसे लगा मानो बारिश की इन बूंदों के साथ लखनऊ का तहजीब भी बह गया हो। सड़क पर हुए जलजमाव के बीच इंसानियत डूबती नजर आई। मगर लखनऊ पुलिस जैसे कुम्भकर्णी नींद सो रही थी। खैर पुलिस तो घटना हो जाने के बाद ही आती है। यहां भी कुछ ऐसा ही हुआ। मामले में पुलिस ने एक्शन लेना तो शुरू किया मगर वीडियो वायरल और तहजीबों के शहर की इज्जत लूटने के बाद।

आखिर ये कैसी तहजीब है?

पूरा मामला राजधानी लखनऊ के रिहायशी इलाका गोमती नगर का है। जहां बुधवार को मूसलाधार बारिश ने लोगों को राहत भले ही न दी हो मगर शर्मिंदा जरूर कर दिया। दरअसल, मूसलाधार बारिश से राजधानी के ज्यादातर इलाकों में भारी जलजमाव जैसी स्थिति पैदा हो गई। कुछ ऐसा ही नजारा लखनऊ के ताज होटल के सामने भी था। मगर यहां पानी से डूबी सड़क पर हुड़दंगियों का कब्जा दिखा। जो जलजमाव से बचकर निकलते वाहन सवारों से अभद्रता कर रहे थे। रास्ते से निकलने वाले दोपहिया सवारों को जबरन पानी में धकेल रहे थे। इसी बीच एक बाइक से जा रही लड़की पर इन हुड़दंगियों ने पानी फेंकना शुरू कर दिया। जब युवती के साथ मौजूद युवक ने इसका विरोध किया तो उसे भी धक्का देकर पानी में गिरा दिया गया। हद तो तब हो गई जब अपनी पत्नी को बचाने के लिए युवक हाथ जोड़े खड़ा हो जाता है। मगर उन बेशर्मों के चेहरे पर एक शर्म का एक शिकश्त भी नहीं नजर आता है।

कहां थी पुलिस?

अब सोचने वाली बात ये है कि जब शहर के वीआईपी इलाके में इस प्रकार की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब पुलिस की आँखें खुली और पुलिस एक्शन में आई और हुड़दंग में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब जरा इंटरनेट पर वायरल इस तस्वीर को देखिये इसमें हर एक लफंगा साफ साफ नजर आ रहा है। इसके बावजूद पुलिस अब तक मात्र 4 लोगों को गिरफ्तार कर पाई है।

सवाल उठना लाजमी है

सवाल साफ़ है, आखिर इस प्रकार के हुड़दंग की इजाजत इन्हें दी किसने? जनता की सुरक्षा में चौबीस घंटा ड्यूटी पर रहने वाली पुलिस उस वक़्त कहा थी जब दिनदहाड़े इस बेशर्मी की घटना को अंजाम दिया जा रहा था ? हालांकि, इस स्थान के आसपास पुलिस की हर समय मौजूदगी रहती है। इसके बाद भी एक्शन में इतनी देरी क्यों ?

मामले पर CM योगी का सख्त एक्शन

बात सीधी सी है अदब के शहर में इस प्रकार की घटना ने न सिर्फ यहां मौजूद ऐसे अराजक तत्वों की सोच को उजागर कर रहा है बल्कि लखनऊ पुलिस की मुस्तैदी से भी पर्दा हटा रहा है। फिलहाल, इस मामले को लेकर सीएम योगी ने भी सख्त रवैया अपनाया है और तत्काल कार्रवाई नहीं करने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस उपायुक्त को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही, स्थानीय प्रभारी निरीक्षक, चौकी इंचार्ज और चौकी पर मौजूद समस्त पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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