बुधवार को यूपी विधानसभा में पारित नजूल जमीन विधेयक का मामला विधान परिषद में फंस गया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी भूपेंद्र चौधरी ने परिषद में नजूल जमीन विधेयक को प्रवर समिति को भेजने को लेकर सभापति से अनुरोध किया था।
सभापति की मिली मंजूरी
दरअसल, बुधवार को बीजेपी के अपने विधायकों ने इस विधेयक का विरोध किया था, जिसमें हर्ष वाजपेयी और सिद्धार्थनाथ सिंह के नाम शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने विधेयक में संशोधन करने की बात कही थी। वहीं आज गुरूवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधनी ने ही विधेयक को लटका दिया है। उन्होंने विधान परिषद में खड़े होकर इस बिल के कई प्रावधानों पर असहमति की वजह से प्रवर समिति को भेजने का अनुरोध किया। जिस पर सभापति ने भी मंजूरी दे दी है।
बीजेपी विधायक और एमएलसी रहे कामयाब
इस तरह अब नजूल जमीन विधेयक को अटकाने और लटकाने का काम बीजेपी के विधायक और एमएलसी कामयाब रहे हैं। वहीं, यह पहला मौका है कि जब सरकार के किसी विधेयक को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने लटकवा दिया हो।