
अयोध्या रेपकांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में मुख्य आरोपी सांसद अवधेश कुमार के करीबी सपा नेता मोईद खान पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। आरोपी मोईद की बेकरी पर बुलडोजर कार्रवाई की गई है। वहीं प्रशासन अब उसकी संपत्तियों की भी जांच कर रही है। बता दें नाबालिग लड़की के साथ रेप मामला 2 महीने पुराना है। लेकिन खुलासा हाल ही में हुआ है, जिसके बाद 30 जुलाई को मुख्य आरोपी मोईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं, बच्ची का मेडिकल जांच कराया गया तो वह गर्भवती निकली। हालांकि पिछले 12 सालों में पहली बार मोईद खान पर कार्रवाई हुई है। वहीं, अब इस मामले में सियासत तेज हो गई है। मोईद खान पर अभी तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुलकर नहीं बोला है, लेकिन DNA टेस्ट कराने की मांग जरूर की है। इसके अलावा सासंस अवधेश प्रसाद ने मामले में राजनीति न करने की बात कही है।
कौन है मोईद खान
अयोध्या रेप कांड में मुख्य आरोपी मोईद खान शुरूआती दिनों में मदरसे में पढ़ने जाया करता था। वह ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। उसके कुल 6 बच्चे हैं, जिसमें जावेद, जहीर, नफीस और नदीम सहित दो बेटियां शामिल हैं। मोईद खान का राजनीतिक करियर 18 साल की उम्मर में शुरू हुआ था। इस दौरान प्रापर्टी का काम करते हुए वह कांग्रेस कार्यालय में बैठा करता था। ऐसे में लोग उसे कांग्रेस कार्यकर्ता समझते थे। वहीं साल 2012 में मोईद खान समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर का अध्यक्ष बना और तब से लेकर आज भी वह अध्यक्ष ही है। इसके अलावा आरोपी मोईद अयोध्या के सासंद अवधेश प्रसाद का बेहद करीबी है। वह कई जगहों पर उनके साथ दिखाई दिया, जिसकी कई तस्वीरे सोशल वीडियो पर वायरल हुआ है।
भदरसा में हुए दंगे में आया था नाम
साल 2012 में अयोध्या के भदरसा में दुर्गा प्रतिमा निकालने के दौरान दंगा भड़क गया था। इस दौरान नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद अहमद के साथ ही मोईद खान पर भी दंगा भड़काने का आरोप था। इस दंगे में भोलू गुप्ता नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस मामले में मोईद पर मुकदमा दर्ज होने के बाद जेल की सजा हुई थी। लेकिन लोगों का कहना है कि सपा सरकार होने के कारण मामले को रफा दफा कर दिया गया था।
जमीन कब्जाने का आरोप
70 वर्षीय आरोपी मोईद खान के पास 15 सालों में 50 करोड़ से ज्यादा की प्रापर्टी है। तालाब की जमीन पर 3000 स्कवायर फीट में बनी उसकी बेकरी को तोड़ा जा चुका है। इस घटना के बाद कई लोगों से प्रशासन को शिकायत मिली की उसके द्वारा जमीन को कब्जा किया गया है, जिस पर प्रशासन द्वारा जांच की कार्रवाई की जा रही है। आरोप है कि मोईद खान चकबंदी की सरकारी जमीनें, कब्रिस्तान और लोगों की जमीनों पर कब्जा करके उन्हें बेच देता था। इसके अलावा उसके द्वारा रास्ते की जमीनों पर भी कब्जा किया गया है। प्रशासन ने शनिवार को उसके बाजार वाली बिल्डिंग पर कार्रवाई के लिए पहुंची। लेकिन बिल्डिंग में PNB बैंक का संचालन होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी। फिलहाल, प्रशासन की तरफ से बैंक को खाली करने का निर्देश दे दिया गया है।









