कौन हैं Khaleda Zia..? जो बन सकती हैं बांग्लादेश की नई प्रधानमंत्री…

खालिदा जिया का जन्म 15 अगस्त 1945 को बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। उनके पति जियाउर रहमान 1977 से 1981 तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति रहे हैं।

जनता विद्रोह के चलते बांग्लादेश में उथल पुथल मची हुई है। हरा तरफ भींड और अराजक तत्व प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। इन सब के बीच वहां कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसपर बीते सोमवार को खुद बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसी के साथ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया और संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया है।

बता दें, जिया को हसीना का कट्टर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। जिन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में करीब 17 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद 2018 में जेल भेज दिया गया था। ऐसे में अब माना जा रहा है कि बांग्लादेश की नई सरकार में खालिदा जिया एक बार फिर प्रधानमंत्री बन सकती हैं। तो आइए जानते हैं कि कौन हैं खालिदा जिया और उनके दोबारा पीएम बनाने से भारत पर क्या असर पड़ेगा।

कौन हैं खालिदा जिया?

खालिदा जिया का जन्म 15 अगस्त 1945 को बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। उनके पति जियाउर रहमान 1977 से 1981 तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति रहे हैं। जिया का सियासी सफर उनके पति की हत्या के बाद से शुरू हुआ। जिसके बाद वर्ष 1978 में उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की स्थापना की। और फिर वर्ष 1991 में वह बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।

भ्रष्टाचार का आरोप और फिर जेल

2001 से 2006 तक वह दूसरे कार्यकाल के दौरान भी जिया बांग्लादेश की पीएम रहीं हैं। जिसके बाद वर्ष 2006 में उनकी सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया। बाद में जनवरी 2007 के चुनावों को राजनीतिक हिंसा और अंदरूनी कलह के कारण स्थगित किया गया। जिसके चलते कार्यवाहक सरकार पर सेना को नियंत्रण लेना पड़ा। बता दें, अपने अंतरिम शासन के दौरान कार्यवाहक सरकार ने जिया और उनके दोनों बेटों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया था। फिलहाल जिया स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं, जिस कारण वह कई बार चिकित्सा देखभाल के लिए विदेश यात्रा करती रहती हैं।

खालिदा जिया के आने से भारत पर पड़ेगा क्या असर?

राजनीतिक जानकारों की मानें तो शेख हसीना का बांग्लादेश की सत्ता से जाना भारत पर गलत प्रभाव डाल सकता है। क्योंकि अगर भारत और बंगलदेश के इतिहास पर नजर डाला जाए तो खालिदा जिया के शासन के दौरान भारत से बांग्लादेश के कई तरह के तनाव रहे हैं। कारण था खालिदा जिया का पाकिस्तान की ओर झुकाव और उनकी पार्टी बीएनपी में कट्टरपंथियों का जमाव। जो भारत के लिए बड़ी समस्या है।

खालिदा मूल रूप से चीन और पाकिस्तान की समर्थक

एक रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी नेता खालिदा जिया की पार्टी और जमात-ए-इस्लामी के कट्टरपंथी और इस्लामवादी भारत के लिए बहुत पहले से समस्या बने रहे हैं। दरअसल खालिदा जिया मूल रूप से चीन और पाकिस्तान की जबरदस्त समर्थक रही हैं। ऐसे में एक बात तो साफ़ है खालिदा की रिहाई से बांग्लादेश की राजनीतिक गतिशीलता में काफ़ी बदलाव देखने को मिल सकता है।

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