
बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया है। चारो तरफ अराजकता माहौल बना हुआ है। वहीं बांग्लादेश के माहौल पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम शेख हसीना ने फौरी तौर पर भारत आने के लिए अनुरोध किया था। ऐसे में भारत सरकार की तरफ से उनके सुरक्षित आगमन को लेकर व्यवस्था किया गया था। जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति पर नजर बनी हुई है।
सरकार अपने नागरिकों के संपर्क में
राज्यसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में मौजूद अपने नागरिकों के संपर्क में है। उन्होंने बताया कि वहां लगभग 90 हजार भारतीय नागरिक हैं। जिनको लेकर राजधानी ढाका में स्थित भारतीय उच्चायुक्त और चिटगांव के सहउच्चायुक्त लगातार रिपोर्ट भेज रहे हैं। वहीं विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की मौजूदा हालात पर चिंता जाहिर की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर निशाना बनाया गया।
आरक्षण पर विरोध हुआ हिंसक
गौरतबल है कि आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि बांग्लादेश के सुप्रीम अदालत के फैसला बदलने के बाद भी हिंसा जारी रही, जोकि पिछले कुछ दिनों में प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया था। इस दौरान करीब 300 आंदोलनकारी छात्रों के मारे जानी खबर सामने आई थी। साथ ही कई पुलिस वालों की मौत हो गई थी। ऐसे में सोमवार को स्थिति बेहद बिगड़ गई। बीते दिन बांग्लादेश आर्मी चीफ ने शेख हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने की नसीहत दिए। जिसके बाद शेख हसीना ने इस्तीफा देकर अपनी बहन के साथ सैन्य हेलीकॉप्टर की मदद से भारत आ गई।









