कुश्ती के फाइनल मैच के लिए ओलंपिक में एंट्री कर चुकी भारत की नामचीन पहलवान विनेश फौगाट ने अपने कैरियर से संन्यास ले लिया है. इससे पहले उन्हें ओवरवेट बताकर ओलंपिक 2024 से बाहर कर दिया गया था. भारत की ओर से ओलंपिक संघ के इस फैसले के बाद कोई मजबूत पहल नहीं की गई. निराश विनेश ने कुश्ती छोड़ दी है.
आज सुबह 5:17 पर विनेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसका ऐलान किया है. विनेश ने लिखा है कि-
“मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई माफ करना. आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2021-2024
आप सब की हमेशा ऋणी रहूंगी”
देश को भावुक कर देने वाला विनेश फोगाट का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है.
मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट ने एक के बाद एक तीन मुकाबले जीते. उन्होंने पिछली बार की ओलंपिक विजेता को पराजित किया. इसके बाद दो और चोटी की अंतरराष्ट्रीय पहलवानों को कुश्ती के मुकाबले में हराया. इन तीनों मुकाबले में जीत के बाद विनेश फोगाट का फाइनल में जाना तय हो गया था लेकिन बुधवार सुबह एक बुरी खबर आई.
बुधवार सुबह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने विनेश फोगाट को अयोग्य मानते हुए उन्हें ओलंपिक से बाहर कर दिया. बताया गया की फाइनल मुकाबले से पहले हुए वजन के बाद विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया. विनेश फोगाट 50 किलोग्राम भार वर्ग में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई हुई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बाद ट्वीट करके विनेश फोगाट का हौसला बढ़ाया और उनके प्रति हमदर्दी जताई थी. पूरे देश में इस खबर के बाद निराशा की लहर छाई हुई थी. इस दौरान विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग भी सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में देखने को मिली.
विपक्ष के नेताओं ने ओलंपिक संघ के सामने भारत का पक्ष मजबूती से ना रखे जाने को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया. विपक्ष के नेता भी यह मांग कर रहे थे कि विनेश फोगाट को ओलंपिक की ओर से सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए.
फाइनल मुकाबले के लिए वजन कम करने की कवायद के चलते विनेश फोगाट ओलंपिक संघ के ऐलान के बाद डिहाइड्रेशन का शिकार हो गई थी. उन्हें अस्पताल में भी भर्ती कराया गया. कुछ घंटे बाद वह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुई. भारत वापसी से पहले आज सुबह विनेश फौगाट ने खेल से संन्यास का ऐलान कर दिया है.
देश की बेटी विनेश फोगाट के लिए यह एक कठिन वक्त है.