
स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले आज जम्मू कशमीर के डोडा में सेना और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। जिसमें सेना ने एक आतंकी को मार गिराया। मिली जानकारी के मुताबिक सेना ने जिस आतंकी को मारा है उसके पास से एक अमेरिकी एम-4 असॉल्ट राइफल और एक एक-47 असॉल्ट राइफल बरामद हुई है। सेना का ये भी कहना है कि इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है गोलीबारी हो रही है।
एनकाउंटर में कैप्टन शहीद
सेना ने बताया कि उसे इनपुट मिला था कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में कुछ विदेशी आतंकवादी छिपे हैं। जिनकी तलाश में पुलिस के साथ मिलकर सेना ने कोर्डन और सर्च ऑपरेश चलाया था। इसी दौरान घने जंगल वाले इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए जिसके बाद उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
कौन थे कैप्टन दीपक सिंह ?
शहीद कैप्टन दीपक सिंह, काउंटर इंसर्जेंसी और 48 राष्ट्रीय राइफल्स में सिग्नल ऑफिसर के पद पर तैनात थे। जब एनकाउंटर चल रहा था वो क्विक रिएक्शन टीम का नेतृत्व कर रहे थे। आतंकियों की तलाश में लगी सेना की टीम पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। जिसमें कैप्टन दीपक सिंह बुरी तरह घायल हो गए थे।
पांच दिन में चौथी बार हुई मुठभेड़
आपको बता दें पिछले पांच दिन से सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ लगातार कहीं न कहीं जारी ही है। इससे पहले 11 अगस्त को किश्तवाड़ के जंगलों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच फायरिंग की घटना हुई। दिन बीता भी नहीं था कि उधमपुर में बसंतगढ़ के जंगलों में भी सेना और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हुई थी। इससे भी पहले बीती 10 अगस्त को अनंतनाग के कोकरनाग में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच फायरिंग से हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद और 3 जवान और 2 नागरिक घायल हो गए थे।








