चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव के लिए तारीखों का किया ऐलान, जम्मू कश्मीर में तीन चरण तो महाराष्ट्र को लेकर दिया ये बड़ा अपडेट

चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जानकारी मिल रही है कि हरियाणा में 90 सीटों के लिए एक ही फेज की वोटिंग होगी और नतीजे की घोषणा 4 अक्टूबर को की जाएगी।

चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जानकारी मिल रही है कि हरियाणा में 90 सीटों के लिए एक ही फेज की वोटिंग होगी और नतीजे की घोषणा 4 अक्टूबर को की जाएगी। ठीक इसी तरह बात जम्मू कश्मीर की करें तो जम्मू कश्मीर में तीन चरण में चुनाव होंगे और नतीजे 4 अक्टूबर को ही आएंगे। इसी के साथ महाराष्ट्र में फिलहाल चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। जिसके पीछे भी चुनाव आयोग ने अपनी वजहें भी बताई हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि महाराष्ट्र में अभी मानसून का समय चल रहा है। इसके अलावा कई त्योहार भी हैं जो एक के बाद एक ही पड़ रहे हैं इसलिए महाराष्ट्र में अभी चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।

हरियाणा में 1 अक्टूबर को होगा मतदान

बता दें चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान करते हुए कहा है कि हरियाणा की 90 सीटों पर मतदान एक ही दिन यानी 1 तारीख को करवाया जाएगा। साथ ही नतीजों का ऐलान भी 4 तारीख को हो जाएगा। बता दें कि हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। जिनमें 85 लाख नए वोटर्स हैं। बता दें कि हरियाणा में कुल 20629 पोलिंग स्टेशन हैं।

जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होगा मतदान

चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर को लेकर भी तारीखों का ऐलान किया है। जम्मू कश्मीर में 18 तारीख को पहले फेज की वोटिंग कराई जाएगी और चुनावी नतीजों का ऐलान 4 अक्टूबर को किया जाएगा। चीफ एलेक्शन कमीशनर राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 11838 मतदान केंद्र हैं। जिनमें हर एक पर लगभग 735 वोटर्स हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जम्मू कश्मीर में 360 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। अमरनाथ यात्रा के खत्म होने के 19 तारीख को खत्म होने के बाद 20 तारीख वोटिंग लिस्ट प्रकाशित की जाएगी।

महाराष्ट्र में नहीं होंगे चुनाव

महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों का ऐलान फिलहाल नहीं किया गया है। इस पर चुनाव आयोग ने बताया कि फिलहाल वहां मानसून है। जिससे मतदाता सूचियों का भी काम लंबित पड़ा है। इतना ही नहीं महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी, दिवाली जैसे त्योहार भी हैं जो वहां के वोटिंग पर्सेंटेज को प्रभावित कर सकते हैं।

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