JKAP के उपाध्यक्ष जुल्फिकार अली ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात, बीजेपी में शामिल होने अटकलें तेज

शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा सहित जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की अधिकारों का ऐलान किया है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। देश और प्रदेश की सियासतदान चुनाव की तैयारियों में जुट चुके हैं। इसी बीच बीते शनिवार को जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) के उपाध्यक्ष जुल्फिकार अली ने गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। वहीं इस मुलाकात से कयास ये लगाए जा रहे हैं कि जुल्फिकार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

बीजेपी में शामिल होने की उम्मीद

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक जुल्फिकार अली और गृहमंत्री के बीच जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही जुल्फिकार ने बीजेपी में शामिल होने की इच्छा जाहीर की है। इस दौरान उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल होने से बीजेपी को मजबूती मिलेगी।

जानें कौन हैं जुल्फिकार अली

बता दें कि JKAP के उपाध्यक्ष जुल्फिकार अली पेशे से वकील हैं। उन्होंने 2008 और 2014 विधानसभा चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की टिकट से राजौरी जिले दरहाल सीट से विधायक चुने गए थे। इसके अलावा 2014-18 में BJP-PDP गठबंधन की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे। हालांकि बीजेपी ने साल 2018 में गठबंधन तोड़ दिया था, जिससे सरकार गिर गई थी। वहीं साल 2020 में पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में PDP के कई नेताओं समेत जुल्फिकार अली ने जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी का गठन किया था।

तीन चरणों में होगा चुनाव

गौरतलब है कि शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा सहित जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की अधिकारों का ऐलान किया है। ऐसे में 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के चुनाव होंगे। विधानसभा का चुनाव तीन चरणों में होगा, जिसका पहला 18 सितंबर, दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा। वहीं चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

बहुमत के लिए 46 सीट

इस बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की कुल 90 सीटें कर दी गई हैं। 2014 में सीटें 87 थी। हालांकि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद 4 सीटें कम हो गई थी। बाद में परिसीमन के जरिए 7 नए विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया था। ऐसे में अब बहुमत का आंकड़ा 46 हो गई है। आपको बता दें जम्मू क्षेत्र में कुल 43 सीटें और कश्मीर में कुल 47 सीटें हैं। इसी के साथ प्रदेश में 7 सीटें अनुसूचित जाति और 9 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

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