
वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस बीते शनिवार कानपुर के पास गोविंदपुर के आगे डिरेल हो गई। खबर है की इस हादसे में ट्रेन के 20 डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए। घटना के चलते ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। हालांकि, हादसे में किसी के भी जानमाल को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है। वहीं, मामले के संज्ञान में आते ही रेलवे, पुलिस और फायर विभाग के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे के पीछे किसी बड़ी साज़िश की आशंका जताई जा रही है। दरअसल, मौकाए वारदात पर पुलिस ने जांच के दौरान ट्रैक के पास से एक लोहे का बड़ा टुकड़ा बरामद किया है। पटरी के हिस्से सा ही दिखने वाला ये टुकड़ा सोलहवीं बोगी के नीचे मिला। जिसे पुलिस ने जब्त कर साजिश के एंगल से जांच शुरू कर दी है। बता दें, शुरुआती जांच में पटरी पर कोई हिस्सा टूटा हुआ नहीं पाया गया है। जिसके बाद अब इंटेलिजेंस ब्यूरो और यूपी पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, ये पूरी घटना शनिवार सुबह 2 बजकर 35 मिनट पर कानपुर और भीमसेन स्टेशन के बीच की है। जहां साबरमती एक्सप्रेस के एक बोल्डर इंजन से टकरा गया। टक्कर की वजह से इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके बाद हादसे की खबर मिलते ही रेलवे के साथ साथ स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत और बचाव कार्य शुरू किया। वहीं, ट्रेन के मुसाफिरों को बसों के ज़रिए कानपुर स्टेशन तक लाया गया और उनको उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरी ट्रेन का इंतज़ाम किया गया।
मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस के साथ ATS और IB भी मौके पर मौजूद है। साथ ही रेलवे इंजीनियर ने इस घटना के पीछे षड्यंत्र की आशंका जताते हुए पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।









