
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर को लेकर पूरे देश में आक्रोश व्याप्त है। कोलकाता पुलिस की शुरुआती कार्रवाई और राज्य की ममता सरकार के खिलाफ रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। रेजिडेंट डॉक्टर जहां एक तरफ हड़ताल कर अपना विरोध जता रहे है, तो वही बीजेपी लगातार ममता सरकार पर आरोपों के कटघरे में खड़ा कर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी क्रम में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रविवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सीएम ममता बनर्जी का एक पोस्टर और होर्डिंग चौराहों पर लगाया। इस होर्डिंग और पोस्टर में ममता बनर्जी को बलात्कारियों की दीदी और घुसपैठियों की खाला बताया गया है। पोस्टर का वीडियो और तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
बीजेपी नेताओं ने खुद को बताया डॉक्टर्स का भाई
कोलकाता में हुए महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए दरिंदगी और हत्या के विरोध में वाराणसी में लगे पोस्टर के माध्यम से बीजेपी नेताओं ने खुद को डॉक्टर्स का भाई बताया और ममता बनर्जी की खामोशी वाली तस्वीर लगाकर सीएम पद से इस्तीफे की मांग की है।

पोस्टर और होर्डिंग लगाने वाले नेता राजवीर सिंह ने पोस्टर लगाने को लेकर बताया कि घटना के पास सरकार को बचाने के लिए कोलकाता पुलिस ने पूरे केस में लिपा पोती की। जब वहां के डॉक्टरों ने विरोध किया तो राज्य पुलिस से जांच सीबीआई को सौंपा गया। डॉक्टरों के विरोध पर ममता बनर्जी खामोश है। ऐसे में इस होर्डिंग और पोस्टर के माध्यम में विरोध व्यक्त करते हुए ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की गई है।

भारत माता मंदिर में बीजेपी नेताओं ने ममता बनर्जी का किया अनोखा विरोध
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ कोलकाता कांड को लेकर बीजेपी नेताओं ने अनोखा विरोध किया है। भारत माता मंदिर में बीजेपी नेताओं ने रक्षाबंधन के पर्व से एक दिन पूर्व भारत माता के तस्वीर पर राखी समर्पित किया। इसके साथ हो घटना से मर्माहत बीजेपी नेता और छात्राओं ने मृतिका रेजिडेंट डॉक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस दौरान छात्राओं ने घटना के आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग किया, तो वही बीजेपी नेताओं ने राखी को भारत माता समर्पित करते हुए मृतिका के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया। इस मौके पर काशी क्षेत्र पिछड़ा वर्ग मोर्चा के उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल ने ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस पर घटना के विरोध में आवाज उठाने वालो को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर इस घटना का विरोध कर रहे है, बंगाल को सरकार उसका ट्रांसफर कर कही और भेज दे रही है। पूरी तरह से बंगाल सरकार इस मामले को दबाने में जुटी है, लेकिन सीबीआई जांच से पूरे मामले की सच्चाई जल्द सामने आएगा और आरोपी के साथ जो भी अधिकारी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।









