Lucknow: जीवन और मौत से जूझ रहा था पति…..पत्नी आबरू बचाने को परेशान….एम्बुलेंस चालक दरिंदों की घिनौनी दरिंदगी

चलती एम्बुलेंस में महिला के साथ रेप की कोशिश की गई..वही एम्बुलेंस में महिला का पति बीमार जीवन की जंग लड़ रहा था और निजी एंबुलेंस चालक और उसका साथी चलती गाड़ी में शर्मनाक हरकतें कर रहे थे।

Lucknow: एंबुलेस में पीछे पति मौत से जीवन की जंग लड़ रहा था….आगे की सीट पर बैठी उसकी पत्नी अपनी आबरू और पति के जीवन को लेकर हैरान परेशान… लेकिन अब इंसान, इंसान कहा रह गया हैं.. इंसान तो हैवान बन गया है.. रेप और छेड़छाड़ जैसी घटनाएं एक दिन नहीं, बल्कि रोज आती हैं.. वो भी एक या दो नहीं.. अनगिनत…लेकिन यदि रक्षक ही भक्षक वन जाए तो इंसान क्या करें.. कहां जाएं… किसपर विश्वास करें.. एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से आया हैं.. जहां, चलती एम्बुलेंस में महिला के साथ रेप की कोशिश की गई..वही एम्बुलेंस में महिला का पति बीमार जीवन की जंग लड़ रहा था.. और निजी एंबुलेंस चालक और उसका साथी चलती गाड़ी में शर्मनाक हरकतें कर रहे थे। ये स्वास्थ्य विभाग पर भी एक बड़ा सवाल हैं…

इलाज के लिए पैसे पड़े कम

दरअसल आपके बता दें कि, बांसी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की महिला ने 28 अगस्त को अपने बीमार पति को लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के लिए पैसे कम पड़ जाने के कारण अगले दिन महिला ने डॉक्टर से अपनी परेशानी बताते हुए पति को डिस्चार्ज कर देने को कहा। इस पर अस्पताल वाले ने एक प्राइवेट एंबुलेंस का नंबर दिया। उसने उस नंबर पर बात किया.. वही बृहस्पतिवार शाम करीब 6.30 बजे एंबुलेंस से पति और 17 साल के भाई के साथ घर के लिए चल दी। लगभग 20 किलोमीटर चलने के बाद एंबुलेंस चालक ने एक पेट्रोल पंप पर गाड़ी रोकी और महिला से कहा कि रात का मामला है, रास्ते में पुलिस गाड़ी चेक करती है। तुम आगे बैठ जाओ, तो पुलिस गाड़ी नहीं रुकवाएगी।

ऑक्सीजन मास्क निकाला

महिला ने बताया कि, पहले तो उसने मना कर दिया लेकिन उसके कई बार कहने पर वह आगे बैठ गई। ड्राइवर ने उसके भाई को पीछे की सीट पर बैठा दिया। आरोप है कि कुछ दूर जाने के बाद ड्राइवर व उसके साथी ने महिला के साथ छेड़खानी शुरू कर दी। महिला के बार-बार मना करने के बावजूद भी वह नहीं मान रहे थे। इस पर वह शोर मचाने लगी, लेकिन गाड़ी का शीशा बंद होने के कारण उसकी आवाज बाहर तक नहीं गई। हालांकि उसकी चीख सुनकर पीछे की सीट पर बैठे भाई को कुछ गलत होने का अहसास हुआ तो उसने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ सौ किमी तक एंबुलेंस चालक और उसके साथी महिला से शर्मनाक हरकत करते रहे। रात करीब 11.30 बजे बस्ती जिले के छावनी क्षेत्र में एंबुलेंस चालक ने गाड़ी रोक दी। इसके बाद महिला के भाई को आगे की सीट पर बैठाकर अंदर लॉक कर दिया और महिला से बाहर दुष्कर्म की कोशिश करने लगे। इसके बाद जब दरिंदे महिला के साथ दुष्कर्म नहीं कर पाते हैं तो महिला के पति का ऑक्सीजन मास्क निकाल देते हैं और उसे गाड़ी से उतार कर जमीन पर गिरा देते हैं। इसके बाद महिला से मारपीट करते हुए उसके गहने, नकदी व मोबाइल लेकर और भाई को भी गाड़ी से उतार कर फरार हो जाते हैं।

महिला के पति ने तोड़ा दम

वही महिला के भाई ने डॉयल 112 और 108 पर फोन किया। कुछ ही देर में पुलिस और एम्बुलेंस दोनों पहुंच गए। इसके बाद महिला के पति की हालत गंभीर देखते हुए पहले उसे अस्पताल पहुंचाने का फैसला किया। पति को एंबुलेंस से तत्काल बस्ती जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां हालत में सुधार नहीं होने पर शुक्रवार को गोरखपुर रेफर कर दिया गया। गोरखपुर पहुंचने से पहले ही महिला के पति ने दम तोड़ दिया। महिला ने रविवार को बस्ती के छावनी थाने में तहरीर देने की कोशिश की लेकिन पुलिस वालों ने मामला लखनऊ का होने का जिक्र करते हुए उसे लखनऊ में ही तहरीर देने को कहा। इस पर महिला ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में तहरीर दी। गाजीपुर कोतवाली प्रभारी विकास राय का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।

अब ये देखना होगा कि कब तक महिला और उसके पति को पुलिस प्रशासन इंसाफ दिया पाती हैं…

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