
सुल्तानपुर में हुए ज्वेलरी शॉप पर लूटकाण्ड के बाद मंगेश यादव के एनकाउंटर का मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर कई सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि लुटेरों से लूट का माल किसने लूट लिया है। इस डकैती के सारे आरोपी पकड़ लिए गए तो लूटा गया सोना कहा गायब हो गया। जो लुटेरे बनकर गये वो किसी के प्रतिनिधि थे।
शनिवार की सुबह सुल्तानपुर डकैती की घटना को लेकर अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आयी है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखते हुए उन्होंने कहा कि ”सवाल ये है कि लुटेरों से लूट का माल किसने लूट लिया। जब सब पकड़े गये तो फिर सोना किसके ख़ज़ाने में जाकर जमा हो गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि जो लुटेरे बनकर गये वो किसी के प्रति”
एसटीएफ से मुठभेड़ में मारा गया था मंगेश यादव
बता दें कि सुल्तानपुर के कोतवाली देहात के मिसिरपुर पुरैना इलाके में 4 सितम्बर को एसटीएफ और मंगेश यादव के बीच मुठभेड़ हुई। इसके बाद घायल मंगेश को सीएचसी भधइयां में इलाज के लिए भेजा गया। जहां इलाज के दौरान मंगेश यादव की मौत हो गई। डकैत मंगेश के पास से 32 बोर की एक पिस्टल,कारतूस ,315 बोर का एक तमंचा ,एक बाइक और लूटे गए जेवर भी बरामद हुए हैं। इस घटना के बाद अखिलेश यादव लगातार प्रदेश की मौजूदा सरकार पर हमलावर है।
जौनपुर का रहने वाला था मंगेश यादव
मिली जानकारी के अनुसार मंगेश मूल रूप से जौनपुर का रहने वाला था. मंगेश पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज थे। दरअसल 28 अगस्त को सुल्तानपुर सुल्तानपुर जिले के चौक बाजार में सर्राफा व्यवसाई के यहां सरेआम डकैती डाली गई थी। वारदात के बाद से ही पुलिस और यूपी एसटीएफ मामले के खुलासे में लगे थे।









