UP Politics: यूपी में 10 नहीं 17 सीटों पर होंगे विधानसभा उपचुनाव? सियासी पारा हाई

अखिलेश ने बागियों के सपा छोड़ने की वजह बताते हुए कहा था कि कुछ लोग दबाव में चले गए और कुछ लोग सम्मान पाने के लिए चले गए. अखिलेश यादव ने बिना.

UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी के 10 विधायकों ने जीत दर्ज की थी। इन 10 विधायकों में करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर विधानसभा सीटों के विधायक शामिल हैं। अब ये सभी विधायक लोकसभा के सदस्य बन चुके हैं, और इन सीटों को विधानसभा की ओर से खाली घोषित कर दिया गया है। भारत निर्वाचन आयोग इन सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर सकती है। इस बीच, खबरें हैं कि यूपी की सात और सीटों पर भी उपचुनाव की स्थिति बन सकती है।

सपा विधायकों ने भाजपा के प्रत्याशी को दिया वोट

दरअसल, फरवरी 2024 में यूपी में राज्यसभा चुनाव हुए थे, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 8 और समाजवादी पार्टी ने 3 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। मतदान के दिन समाजवादी पार्टी के सात विधायक पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह, राकेश पांडेय, अभय सिंह, आशुतोष मौर्य और मनोज पांडेय बागी हो गए थे। इन सभी सात विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को वोट दिया था।

सपा के दो बागी विधायक पहुंचे भाजपा मुख्यालय

अब मंगलवार को समाजवादी पार्टी के दो बागी विधायक, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह, दिल्ली पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में सुनील बंसल से मुलाकात की। इस बैठक में यूपी से बीजेपी के राज्यसभा सांसद संजय सेठ भी मौजूद थे।इस मुलाकात के राजनीतिक निहितार्थ यह निकाले जा रहे हैं कि सपा के ये बागी विधायक जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो यूपी में 10 नहीं, बल्कि 17 सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं।

बीजेपी के 8 और सपा के 2 उम्मीदवारों की जीत

बता दें कि राज्यसभा चुनाव में मनोज पांडे, राकेश प्रताप सिंह, पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी, अभय सिंह, राकेश पांडे और आशुतोष मौर्य ने बीजेपी के उम्मीदवार को वोट दिया था। जिसके बाद बीजेपी के 8 और सपा के 2 उम्मीदवार ही जीत हासिल कर पाए थे.

वक्त बताएगा किसे क्या मिला पैकेज

वही विधायकों की बगावत के बाद अखिलेश ने बागियों के सपा छोड़ने की वजह बताते हुए कहा था कि कुछ लोग दबाव में चले गए और कुछ लोग सम्मान पाने के लिए चले गए. अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए पूछा कि किसी के घर से कौन सा हथियार मिला और हर कोई जानता है कि उनका किसके साथ रिश्ते है. तो कुछ लोग डर से चले गए हैं, कुछ को सम्मान चाहिए और किसी को चुनाव के आश्वासन की बात सुनने में आ रही है। अखिलेश ने कहा था कि वक्त बताएगा कि किसे क्या पैकेज मिलता है.

खैर अभी तक अखिलेश यादव ने इन बागी नेताओं पर कोई एक्शन नहीं लिया हैं.. देखना होगी की क्या अखिलेश यादव इन पर एक्शन लेते है या नहीं.. अब जो भी हो ये सियासी कयास मात्र लगाए जा रहे.. इस बात में कितनी सत्यता हैं… कौन किधर कहा जाएगा ये तो आने वाला समय बताएगा क्योंकि ये राजनीति हैं यहां कभी भी कुछ भी हो सकता हैं….

Related Articles

Back to top button