कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया। 72 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। वह लंबे समय से निमोनिया की बीमारी से ग्रसित थे। जिसके इलाज के लिए उन्हें दिल्ली AIIMS में 19 अगस्त को भर्ती कराया गया था। 25 दिनों से उनका इलाज चल रहा था, लेकिन गुरूवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
सांस की नली में था गंभीर संक्रमण
जानकारी के मुताबिक सीताराम येचुरी ने 12 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली। बीते मंगलवार को पार्टी की तरफ से एक बयान जारी किया गया था कि सांस की नली में गंभीर संक्रमण था, जिसके लिए उनका इलाज चल रहा है। वहीं दिवंगत सीताराम येचुरी के परिवार वालों ने उनकी बॉडी को दिल्ली एम्स को अध्ययन और शोध के लिए डोनेट कर दिया है।
3 बार निभाई महासचिव की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक तेलुगु भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। येचुरी ने 3 बार CPI (M) के महासचिव की जिम्मेदारी निभाई है। उन्हें प्रकाश कराकत के निधन के बाद साल 2015 में महासचिव बनाया गया था। वहीं येचुरी को साल 2016 में सर्वश्रेष्ठ सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके पहले साल 2005 में उन्हें पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद भी बनाया गया था। आपको बता दें साल 1974 में उन्होंने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ज्वाइन की थी। वहीं अगले साल ही उन्हें पार्टी में सदस्यता मिल गई थी। आपातकाल के दौरान उन्हें कई महीनों के लिए गिरफ्तार भी किया गया था। इसके अलावा साल 1985 में उन्हें पार्टी के केंद्रीय समिति में शामिल कर लिया गया था।