तिरुपति के प्रसाद में मिलावट पर पूर्व राष्ट्रपति ने जताई चिंता, कहा प्रसाद की श्रद्धा शंका में बदली

देश में बुधवार को आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के द्वारा विपक्ष की सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के तिरुमला प्रसाद मिलावट को दिए बयान के बाद पूरे देश की राजनीति गरमा गई है

वाराणसी। देश में बुधवार को आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के द्वारा विपक्ष की सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के तिरुमला प्रसाद मिलावट को दिए बयान के बाद पूरे देश की राजनीति गरमा गई है। मंदिर में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू में मिलावट की खबरों को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चिंता व्यक्त किया हुआ। वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय देशी गायों की नस्ल संरक्षण नामक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत किया। इस दौरान अपने उद्बोधन में पूर्व राष्ट्रपति ने इन दिनों तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर आ रही खबरों पर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रसाद को लेकर हिंदू धर्म में जो श्रद्धा होती है, मिलावट की खबरों से वह शंका में बदल गई है।

विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद मिलते ही पूर्व राष्ट्रपति के मन में आया तिरुमला प्रसाद विवाद

देश में बुधवार को आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के द्वारा विपक्ष की सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के तिरुमला प्रसाद मिलावट को दिए बयान के बाद पूरे देश की राजनीति गरमा गई है

वाराणसी में काशी हिंदू विश्विद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरुमला प्रसाद विवाद पर कहा कि वह इस बार बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन वाराणसी में आने के बाद भी नही कर पाए। इसके लिए उन्होंने कान पकड़कर बाबा श्री काशी विश्वनाथ से क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि उनके कुछ मित्र बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए, उन्होंने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का प्रसाद शुक्रवार की रात उन्हे लाकर दिया। प्रसाद लेते ही उनके मन में तिरुमला प्रसाद की बात खटकी। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यह केवल मेरे मन की बात नही है, बल्कि आप सभी भी यही सोचते होंगे कि बाबा श्री काशी विश्वनाथ का प्रसाद जो मिलता है, उसमे कितनी आपकी श्रद्धा है। यह केवल एक और दो मंदिर की नही बल्कि हर मंदिर ली बात हो सकती है। मिलावट अपवित्र है और हिंदू शास्त्रों में इसको पाप कहा गया है।

गौरतलब है, कि आंध्र प्रदेश के सीएम ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए विपक्ष के सरकार के दौरान तिरुपति के तिरुमला प्रसाद में फिश ऑयल, चर्बी जैसे पदार्थों से बने घी से प्रसाद बनाए जाने का दावा किया। चंद्रबाबू नायडू के बयान के बाद देश के बड़े मंदिरों और तीर्थस्थलों में बनने वाले प्रसाद की जांच की मांग उठी। यहां तक कि बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों को मिलने वाले प्रसाद का लैब टेस्ट करवाया गया।हालांकि बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में किस प्रकार की कोई मिलावट की बात सामने नही आई है।अधिकारियों ने जांच के बाद इसे पूरी तरह शुद्ध बताया है

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