Govardhan Puja: गोवर्धन पूजा, जिसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है, यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है और द्वापर युग से जुड़ा हुआ है. ये त्यौहार आज 2 नवंबर को मनाया जाएगा. गोवर्धन पूजन के लिए मुहूर्त सुबह 6 बजकर 34 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. दोपहर 3 बजकर 23 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 35 मिनट तक रहेगा. शाम 5 बजकर 35 मिनट से लेकर 6 बजकर 01 मिनट तक रहेगा‼️
बता दें कि आमतौर पर गोवर्धन पूजा दिवाली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार अमावस्या तिथि दो दिन होने के कारण आज मनाई जाएगी. गोवर्धन पूजा के अवसर पर घरों में अन्नकूट का भोग लगाया जाता है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित होता है.
गोवर्धन पूजा का महत्व
गोवर्धन पूजा का ठीक वैसे ही महत्व हैं जैसे सभी त्यौहारों का… कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन की पूजा करने से न केवल आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि इससे धन-धान्य, संतान और सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है. यह पूजा भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है, जो जीवन में सुख, समृद्धि और शांति को बढ़ावा देती है.
गोवर्धन पूजा विधि
गोवर्धन पूजा विधि में गाय, भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा का विशेष महत्व है. इस पूजा को करने के लिए सबसे पहले घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं. इसके बाद, रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करें. पूजा के बाद, अपने परिवार सहित श्रीकृष्ण स्वरुप गोवर्धन की सात प्रदक्षिणा करें. मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा करने और गायों को गुड़ व चावल खिलाने से भगवान श्री कृष्ण की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है.