चुनाव आयोग ने यूपी में होने वाले उपचुनाव की तारीखों में बदलाव कर दिया। अब यह चुनाव 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होंगे और परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। चुनाव के तारीखों में बदलाव होने के बाद सियासत जोरो पर हो रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे है। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया ने बड़ा हमला बोला है। सोशल मीडया साइट एक्स पर लिखते हुए अखिलेश यादव ने कहा है किचुनाव टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे!
उपचुनाव के तारीखों में बदलाव होने के बाद अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आयी है। एक्स पर लिखते हुए उन्होंने कहा कि ”टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे! पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाक़ी सीटों के उपचुनाव की तारीख़, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी। दरअसल बात ये है कि उप्र में ‘महा-बेरोज़गारी’ की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोज़गार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर उप्र आए हुए हैं, और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालनेवाले थे।
जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी ख़त्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं। ये भाजपा की पुरानी चाल है अगर ये चुनाव हारेंगे तो टालेंगे।”
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव होने हैं जिनमें- कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट शामिल है। जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट में मुकदमा लंबित होने के चलते चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर में चुनाव की तारीख का एलान नहीं किया था।