मदरसा एक्ट को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की जिसे लेकर कोर्ट ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि उसे ये कहीं से भी नहीं लगता की यूपी मदरसा एक्ट अधिनियम कहीं से भी कानूनी दायरे या फिर संविधान के खिलाफ है। कोर्ट ने इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए ये कहा कि धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के भी खिलाफ नहीं है।
बसपा सुप्रीमो की आई प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि यूपी के मदरसों को मान्यता मिलने और उनके सुचारू संचालन में स्थायित्व आने की संभावना है। अदालत ने कहा कि मदरसा एक्ट के प्रावधान संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप हैं और ये धार्मिक अल्पसंख्यकों के शैक्षिक अधिकारों की सुरक्षा करते हैं।