
Apple के iPhone की दीवानगी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. नया iPhone लॉन्च होते ही लोग घंटों तक लाइन में खड़े रहते हैं, और अब यह दीवानगी स्मार्टफोन निर्यात में भी देखी जा रही है. एपल ने चालू वित्त वर्ष (अप्रैल से अक्टूबर) के पहले सात महीनों में स्मार्टफोन निर्यात से लगभग 60,000 करोड़ रुपये (लगभग 7 बिलियन डॉलर) का आंकड़ा छुआ है, जो इसके इतिहास में एक नया रिकॉर्ड है.
भारत में मैन्युफैक्चरिंग का बढ़ता योगदान
भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत एपल ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट कर दी है। अक्टूबर 2024 से, एपल ने भारत में iPhone 16 Pro और Pro Max का निर्माण शुरू कर दिया है। इसके बाद, अब एपल भारत से सिर्फ iPhone 14, iPhone 15 और iPhone 16 नहीं, बल्कि पहली बार iPhone के प्रो और प्रो मैक्स मॉडल को भी एक्सपोर्ट कर रहा है। इन मॉडल्स की कीमत अन्य मॉडलों की तुलना में लगभग 1.5-2 गुना अधिक है।
टैबलेट मार्केट में भी आई तेजी
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि 2026 तक Apple अपने ग्लोबल iPhone उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट कर सकता है। इसके अलावा, भारत में टैबलेट मार्केट में भी तेजी देखी जा रही है. साइबर मीडिया रिसर्च (CMR) की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई से सितंबर तिमाही में भारतीय टैबलेट बाजार में सालाना आधार पर 46% की वृद्धि हुई है, जिसमें Apple का iPad 34% बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे है.
बढ़ी 5G स्मार्टफोन की हिस्सेदारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में 5G स्मार्टफोन की हिस्सेदारी पिछले साल 57% से बढ़कर अब 83% तक पहुंच गई है. हालांकि, 5G स्मार्टफोन का एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) सालाना आधार पर 20% घटकर लगभग 24,600 रुपये रह गया है.
सैमसंग और वीवो की हिस्सेदारी में गिरावट
इस दौरान, सैमसंग और वीवो की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट देखी गई है, जबकि ओप्पो को इस बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. वहीं, 20,000 से 30,000 रुपये के टैबलेट्स के बाजार में सालाना आधार पर 108% की वृद्धि देखी गई है, जिससे स्पष्ट है कि भारतीय उपभोक्ताओं का रुझान अब इन प्रोडक्ट्स की ओर भी बढ़ रहा है.
निर्यात और उत्पादन बढ़ना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि
बता दें कि Apple का भारत से स्मार्टफोन निर्यात और उत्पादन बढ़ना एक बड़ी उपलब्धि है. भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर एप्पल का कदम, भारतीय अर्थव्यवस्था और स्मार्टफोन बाजार के लिए अहम साबित हो सकता है. साथ ही, 5G स्मार्टफोन और टैबलेट बाजार में लगातार बढ़ती हिस्सेदारी भी दर्शाती है कि भारतीय बाजार अब तकनीकी उत्पादों के लिए एक महत्वपूर्ण हब बनता जा रहा है.








