नई दिल्ली : साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने 6.69 लाख फर्जी सिम कार्ड और 1.32 लाख अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान संख्या (IMEI) को ब्लॉक कर दिया है। यह जानकारी बुधवार को राज्यसभा में दी गई।
गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने एक लिखित जवाब में बताया कि केंद्र सरकार और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSPs) ने एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल्स को पहचानकर ब्लॉक किया जा सके। ये कॉल्स भारतीय मोबाइल नंबरों के रूप में दिखाई देती हैं लेकिन वास्तव में भारत के बाहर से की जाती हैं।
स्पूफ कॉल्स पर लगाम
मंत्री ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल्स का उपयोग साइबर अपराधी फर्जी गिरफ्तारी, फेडेक्स घोटाले और सरकारी व पुलिस अधिकारियों के रूप में पहचान छुपाने के लिए करते हैं।” इन कॉल्स को ब्लॉक करने के लिए TSPs को निर्देश दिए गए हैं।
फर्जी सिम कार्ड और IMEI ब्लॉक
उन्होंने बताया कि 15 नवंबर 2024 तक पुलिस अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट किए गए 6.69 लाख फर्जी सिम कार्ड और 1.32 लाख IMEI ब्लॉक किए जा चुके हैं।
साइबर धोखाधड़ी रोकने की पहल
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि I4C के तहत 2021 में एक नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली शुरू की गई थी। यह प्रणाली तुरंत वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करने और अपराधियों द्वारा धन की हेराफेरी रोकने में मदद करती है।
उन्होंने बताया, “अब तक, 9.94 लाख शिकायतों के माध्यम से 3,431 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि को बचाया गया है।”
सरकार की कोशिशें
सरकार साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए सक्रियता से कदम उठा रही है। सिम कार्ड और IMEI ब्लॉक करने के साथ-साथ स्पूफ कॉल्स को रोकने के लिए नई तकनीकों और प्रक्रियाओं का उपयोग किया जा रहा है। यह पहल साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।