उत्तर प्रदेश के डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य आज मेरठ पहुंचे। पत्रकारों से रूबरू केशव मौर्य हाल में हुए यूपी विधानसभा के उप चुनावों में बीजेपी की जीत से उत्साहित नजर आए।
उन्होंने कहा कि अबकी बार कुंदरकी चुनाव में मुसलमान ने बीजेपी को जमकर वोट दिया है। बीजेपी के प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह वहां से विजयी हुए हैं। इसी तरह समाजवादी पार्टी का गढ़ कहीं जाने वाले करहल में भी यादवों ने बीजेपी को मजबूत किया है।
सौ फीसदी वोटो में से 60% वोट बीजेपी का है बाकी 40 में सभी पार्टियों शामिल हैं। बीजेपी का उस 40 फ़ीसदी में भी हिस्सा है। संभल में शाही जामा मस्जिद के कमिश्नर सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले पर केशव मौर्य ने कहा कि कमिश्नर सर्वे की आड़ में समाजवादी पार्टी ने संभल में विवाद खड़ा किया है और लोगों को मरवाया है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक और सांसद के बीच आपस में विवाद है और यह विवाद अब उनके वोटरों के बीच भी पहुंच चुका है। संभल में हुई हिंसा इस विवाद का नतीजा है। समाजवादी पार्टी के लोग पहले विवाद करवाते हैं, लोगों को मरवाते हैं और फिर वहां प्रतिनिधिमंडल भेजने का ड्रामा करते हैं।
समाजवादी पार्टी वहां मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए दे रही है और सरकार से उनके लिए एक करोड रुपए की मांग कर रही है। मेरा कहना है कि अगर ₹5 लाख आप दे रहे हो तो एक करोड़ भी दे दो।
यह पूछे जाने पर कि संभल में दो बार की कमिश्नर सर्वे रिपोर्ट अभी कोर्ट में दाखिल नहीं हुई है और कोर्ट कमिश्नर ने कोर्ट से अगली तारीख मांगी है। अगर सर्वे पूरा नहीं हो सका है तो क्या सरकार तीसरी बार मस्जिद का सर्वे करने का प्रबंध करेगी। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह कोर्ट का मामला है कि कमिश्नर सर्वे की रिपोर्ट कब दाखिल करेंगे और आगे की प्रक्रिया कोर्ट के आदेश के अनुसार क्या होगी। इस पर कोई टिप्पणी उचित नहीं है।
उत्तर प्रदेश से किसानों के दिल्ली कूच के मुद्दे पर केशव प्रसाद मौर्य सरकार का बचाव करते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि देश में डबल इंजन की सरकार है। केंद्र में नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है और यह सरकार किसानों की हितैषी है। हम किसानों की सभी समस्याओं को हल करने के लिए तैयार हैं। जो हरियाणा के किसान नेता हमेशा सरकारों के खिलाफ किसानों को उकसाते थे और उन्हें दिल्ली भेजते थे, वहां किसानों के नेता इस चुनाव में बुरी तरह हार गए हैं। यह उदाहरण है कि किसान नेता किसानों के हितैषी नहीं है और ना ही उनका जनाधार है।
मोहन भागवत के उस बयान पर जिसमें उन्होंने हिंदुओं से तीन बच्चे पैदा करने का आह्वान किया है.. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अभी देश में दो बच्चों का भी कोई कानून नहीं है। इसलिए फिलहाल इस मसले पर कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।