
पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर छात्रों ने बीपीएससी की 70वीं परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में सोशल मीडिया पर वायरल टीचर खान सर और रहमान सर भी शामिल थे। उन्होंने मांग की थी कि परीक्षा से नॉर्मलाइजेशन को हटाया जाए। खान सर को प्रदर्शनकारियों के बीच से डिटेन भी किया गया था, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया।
इससे पहले खान सर के नाम को लेकर काफी विवाद हुआ था कि अमित है या खान। अब बीपीएससी छात्रों को भड़काने के आरोप ने लोगों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। भ्रम को दूर करने के लिए, बीपीएससी ने एक नोटिस जारी कर स्पष्ट किया कि 13 दिसंबर 2024 को होने वाली आगामी परीक्षा में सामान्यीकरण लागू नहीं किया जाएगा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया को संबोधित करते हुए खान सर और रहमान सर पर छात्रों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में कोई सामान्यीकरण नहीं है, वह लोग बच्चों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं और भड़का रहे हैं। छात्रों के भविष्य को आकार देने के लिए जिम्मेदार शिक्षकों की ये हरकतें स्वीकार्य नहीं हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जब 10 सितंबर को पदों की घोषणा की गई थी, तो आवेदकों के पास आवेदन करने के लिए 18 अक्टूबर तक का समय दिया गया था। लेकिन त्योहारों और छात्रों के अनुरोधों को देखते हुए इस समय सीमा को बढ़ा दिया गया था। इस प्रक्रिया के दौरान सामान्यीकरण का कहीं भी ज़िक्र नहीं किया गया था।
भाजपा नेता विजय सिन्हा ने लोगों से अपील किया है कि वह गलत सूचना फैलाकर बिहार की प्रतिष्ठा को धूमिल न करें। सरकार छात्रों के कल्याण के लिए लगन से काम करने और भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।