
Adani Redevelopment Project: धारावी झुग्गी बस्ती पुनर्विकास परियोजना के मामले में अदाणी समूह के लिए राहत भरी खबर आई है. दरअसल, UAE बेस्ड सेंकलिंक की याचिका हाईकोर्ट से खारिज हुई है.HC ने अदाणी ग्रुप को दिया गया टेंडर बरकरार रखा.धारावी झुग्गी बस्ती पुनर्विकास परियोजना का मामला है.अदाणी ग्रुप को परियोजना देने के खिलाफ याचिका थी.
मुख्य न्यायाधीश डीके उपाध्याय की बेंच में सुनवाई हुई. HC ने कहा कि निविदा अदाणी ग्रुप को देने का निर्णय मनमानी भरा नहीं है.याचिका UAE स्थित सेकलिंक टेक्नॉलॉजी कॉर्पोरेशन की थी.हाईकोर्ट में राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी गई थी. HC ने कहा-याचिका के समर्थन में दिए आधारों में कोई औचित्य नहीं है.
बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डी के उपाध्याय और जस्टिस अमित बोरकर की खंडपीठ ने कहा कि याचिका का कोई आधार नहीं है इसलिए इसे खारिज किया जाता है. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित सेकलिंक टेक्नोलॉजीज कॉरपोरेशन ने यह याचिका दायर की थी जिसमें अडानी प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड को परियोजना देने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी गई थी.
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा?
अदालत ने कहा, ‘याचिका में उठाए गए आधारों में दम नहीं है. सरकार के टेंडर को रद्द करने और नई निविदा पेश करने के कदम को चुनौती देने में वह विफल रही है. तीन अरब डॉलर की धारावी परियोजना के तहत 620 एकड़ की जमीन को एक शहरी केंद्र में बदलने की है. यह जमीन न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के आकार का लगभग तीन चौथाई है.
पढ़ें मुंबई के मशहूर धारावी के बारे में.
धारावी मुंबई शहर के बीचों बीच बसा है और ये एरिया मुंबई की दो रेलवे लाइव वेस्टर्न और सेंट्रल के बीच मौजूद है. एक तरफ मुंबई का मशहूर बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और दूसरी तरफ दादर है. धारावी को एशिया के सबसे बड़े स्लम के तौर पर भी जाना जाता है.









