
Hathras Murder: हाथरस के डीएल पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 के छात्र कृतार्थ की 23 सितंबर को हुई हत्या में एक चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। मृतक के पिता ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत की गई थ्योरी पर गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। पुलिस ने इस मामले में कक्षा 8वीं के एक छात्र को आरोपी बनाया था, लेकिन कृतार्थ के पिता का कहना है कि पुलिस ने स्कूल प्रबंधक और उसके परिवार को बचाने के लिए यह कदम उठाया है।
असली आरोपी को बचाया गया
कृतार्थ के पिता का कहना है कि पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक दिनेश बघेल को बचाने के लिए पूरी तरह से गलत रास्ता अपनाया। कृतार्थ का शव उसी प्रबंधक की कार से बरामद हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस मामले में पैसा लेकर स्कूल प्रबंधक को क्लीन चिट दी है, जबकि असली आरोपी को बचाया गया है।
पुलिस द्वारा किए गए खुलासे पर उठे सवाल
पुलिस ने हत्या की घटना को लेकर शुरू में दावा किया था कि कृतार्थ की हत्या तंत्र-मंत्र के चलते की गई थी। इसके बाद, पुलिस ने प्रबंधक, उसके पिता समेत चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अब, पुलिस ने चार्जशीट में कक्षा 8वीं के एक छात्र को आरोपी बताते हुए यह दावा किया है कि इस हत्या का कारण स्कूल में छुट्टी कराने का था।
निर्दोषों को किया गया जेल में बंद
कृतार्थ के पिता ने यह भी कहा कि पुलिस ने जल्दबाजी में कई निर्दोष लोगों को जेल भेज दिया था। उन्होंने यह आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना ठोस सबूत के स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल और दो शिक्षकों को हत्या के मामले में जेल भेज दिया। हालांकि, अब पुलिस की चार्जशीट में कक्षा 8वीं के छात्र को आरोपी बताया गया है, जिसके कारण परिवार में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
हाईकोर्ट जाने की चेतावनी
मृतक कृतार्थ के पिता ने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो वह इस मामले को हाईकोर्ट में ले जाएंगे और पुलिस की गलत कार्यवाही के खिलाफ कानूनी कदम उठाएंगे।
स्कूल में छुट्टी के लिए की गई हत्या
चार्जशीट के मुताबिक, कक्षा 8वीं का छात्र कृतार्थ को मारकर स्कूल में छुट्टी कराने की योजना बना रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी छात्र ने पहले भी हॉस्टल में दो छात्रों की हत्या की कोशिश की थी। इसके बावजूद, पुलिस की ओर से जल्दबाजी में किए गए कई गलत खुलासों ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। असके साथ ही पुलिस पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। ऐसी पुलिस प्रशासन आम जनता की कैसे रक्षा करेगी?
न्याय की प्रतीक्षा में परिवार
ऐसे में अब कृतार्थ के परिवार को न्याय की उम्मीद है और वे इस मामले में पुलिस की ओर से किए गए गलत खुलासों और आरोपियों को बचाने की कोशिशों के खिलाफ उच्च न्यायालय में न्याय की मांग कर रहे हैं। और हो भी क्यों ना… किसी भी कीमत पर किसी भी निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए।









