JPC Meeting: ‘एक देश, एक चुनाव’: 18,000 पन्नों की रिपोर्ट सूटकेस में मिली, प्रियंका गांधी ने पूछा पैसों की बचत कैसे होगी?

1967 तक देश में एक साथ चुनाव हो सकते थे, तो अब इस पर आपत्ति क्यों उठाई जा रही है? उन्होंने उदाहरण दिया कि 1957 में 6-7 विधानसभाओं के चुनाव एक...

JPC Meeting: एक देश एक चुनाव को लेकर 8 जनवरी 2025 को संसद की संयुक्त समिति (JPC) की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने अपने विचार रखे। बैठक में सत्ता पक्ष ने ‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक को देश की आवश्यकता बताया, जबकि विपक्ष ने इसे राज्यों के अधिकारों का हनन करने वाला कानून करार दिया।

संजय सिंह ने सूटकेस के साथ साझा की तस्वीर

बैठक के दौरान, कानून मंत्रालय के अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी और विधेयक के प्रावधानों से समिति के सदस्यों को अवगत कराया। बैठक के बाद, समिति के सभी सदस्यों को 18,000 पन्नों के दस्तावेज एक बड़े सूटकेस में सौंपे गए। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सूटकेस के साथ एक तस्वीर साझा की।

सदस्यों को बताया गया कि इन दस्तावेजों में ‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक के लागू करने की वजह और इसके संभावित प्रभावों से संबंधित जानकारी है। बैठक के बाद, समिति के सदस्य सूटकेस लेकर बाहर निकलते हुए दिखाई दिए।

प्रियंका गांधी ने उठाए अहम सवाल

इस बैठक में पहली बार सांसद बनीं प्रियंका गांधी ने सरकार से सवाल किया कि यदि देश में सभी चुनाव एक साथ होते हैं, तो इससे पैसे की बचत कैसे होगी? इसके अलावा, उन्होंने यह भी पूछा कि क्या सभी चुनावों के लिए पर्याप्त ईवीएम उपलब्ध होंगे?

बिल के समर्थन में सांसदों की दलीलें

विधेयक का समर्थन करने वाले सांसदों ने कहा कि 1967 तक देश में एक साथ चुनाव हो सकते थे, तो अब इस पर आपत्ति क्यों उठाई जा रही है? उन्होंने उदाहरण दिया कि 1957 में 6-7 विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए गए थे, जब संविधान सभा के अध्यक्ष राष्ट्रपति थे। समर्थकों ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बीच का अंतर छोटा होता है, जिससे चुनावों का दौर सालभर चलता रहता है और विकास कार्यों में रुकावट आती है।

संयुक्त समिति की संरचना

इस समिति में 39 सदस्य हैं, जिनमें 27 लोकसभा और 12 राज्यसभा के सदस्य शामिल हैं। समिति के अध्यक्ष पीपी चौधरी हैं। ‘एक देश, एक चुनाव’ पर विचार करने वाली यह समिति आगामी दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

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