
सहारनपुर के गागलहेडी–देवबंद मार्ग पर एक ही परिवार के पांच सदस्य जहर खाकर बेसुध हालत में हाईवे किनारे पड़े मिले। इनमें माता-पिता और उनके तीन बच्चे शामिल थे। परिवार के सभी सदस्य गंभीर हालत में थे, और उनके मुंह से झाग निकल रहे थे।
यह घटना उस वक्त सामने आई जब एक कार सवार राहगीर युवक बाबर, जो अपनी कार में जा रहा था, ने परिवार को बेसुध हालत में देखा। बाबर ने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और आसपास के लोगों से एंबुलेंस का नंबर पूछा, लेकिन एंबुलेंस का संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद, बाबर ने हिम्मत दिखाते हुए पूरे परिवार को अपनी कार में डाला और उन्हें पहले हरोड़ा गांव स्थित सीएचसी ले गया। यहां, डॉक्टर्स ने उनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बाबर ने फिर परिवार को जिला अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को भी सूचित किया। परिवार के सभी सदस्य फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस के मुताबिक, परिवार के सदस्य विकास और उसकी पत्नी रजनीश के अलावा उनके तीन बच्चे, जिनमें 7 वर्षीय परी, 4 वर्षीय पलक और 2 वर्षीय विवेक शामिल हैं, सभी जहर खाने के बाद बेसुध मिले। विकास ने अस्पताल में बाबर को बताया कि उन पर लाखों रुपये का कर्ज हो गया था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान थे और इस वजह से उन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर जहर खा लिया।
इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एसपी सिटी व्योम बिंदल ने कहा कि परिवार के सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है और उनका इलाज जारी है। साथ ही, यह भी पता किया जा रहा है कि इस खतरनाक कदम का कारण क्या था।









