
भारत ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की, जिसका शीर्षक था “How much productivity can GenAI unlock in India? The AIdea of India: 2025”, जिसमें 2030 तक AI को अपनाने से महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ होने की संभावना जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, AI 38 मिलियन नौकरियों को बदल सकता है, जिससे संगठित क्षेत्र में 2.61% उत्पादकता वृद्धि हो सकती है। इस संभावित वृद्धि को अनौपचारिक क्षेत्र में जनरेटिव AI (GenAI) के व्यापक अपनाने से 5.43% तक बढ़ाया जा सकता है।
AI के प्रभाव और प्रतिभा की भूमिका
रिपोर्ट के निष्कर्षों के अनुसार, यह आंकड़े 125 से अधिक C-suite अधिकारियों के सर्वेक्षण पर आधारित हैं, जो AI की पूरी क्षमता को हासिल करने के लिए कौशल अंतर को संबोधित करने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, GenAI विभिन्न कार्यों में परिवर्तनकारी प्रभाव डाल सकता है, जिससे 24% कार्यों को स्वचालित किया जा सकता है और 42% कार्यों को AI के माध्यम से बेहतर बनाया जा सकता है। इसका मतलब है कि ज्ञान श्रमिकों के लिए 8-10 घंटे प्रति सप्ताह का समय बच सकता है। सेवाओं के क्षेत्र में सबसे अधिक उत्पादकता वृद्धि होने की संभावना है, जबकि निर्माण और निर्माण क्षेत्र भी लाभान्वित होने की संभावना है।
कौशल की कमी और AI अपनाने में चुनौतियां
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि केवल 3% भारतीय कंपनियों के पास AI को अपनाने के लिए आवश्यक आंतरिक प्रतिभा और संसाधन हैं, जबकि 97% अधिकारियों का मानना है कि प्रतिभा की कमी एक प्रमुख बाधा है।
Findability Sciences के CEO का बयान
Findability Sciences के CEO आनंद महुरकर ने कहा, “EY की रिपोर्ट में GenAI के 2030 तक 38 मिलियन नौकरियों को बदलने की संभावना को देखते हुए, व्यवसायों को AI-आधारित समाधानों को अपनाने की तत्काल आवश्यकता है। Findability Sciences में, हम अपनी नवीनतम तकनीकी उपलब्धि—Agentic Workflow Engine—के साथ इस दिशा में अग्रणी हैं, जो संगठनों को वर्कफ़्लो स्वचालित करने, निर्णय लेने में सुधार करने और वास्तविक ROI प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। हमारा Agentic Workflow Engine यह दर्शाता है कि GenAI किस प्रकार अभूतपूर्व उत्पादकता खोल सकता है, जिससे व्यवसाय न केवल परिवर्तन के साथ अनुकूलित कर सकते हैं, बल्कि उस बदलाव में समृद्ध भी हो सकते हैं। हम मिलकर कार्यस्थल के भविष्य को आकार दे रहे हैं, जहां AI और मानव क्षमता एक साथ जुड़ते हैं।”









