
Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ मेले के दौरान संगम पर भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु घायल हो गए। यह घटना 11 से 17 नंबर पोल के बीच हुई, जिसके कारण श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई। हादसे में घायल श्रद्धालुओं को तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया है। इस घटना के बाद राजनीति भी गर्मा गई है और नेताओं के बयान सामने आने लगे हैं।
हताहत होने का समाचार बेहद दुखद
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। श्रद्धांजलि! साथ ही अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि, हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए। मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।
कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें
आगे उन्होंने कहा कि, जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं। हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए। सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे। हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।
मुख्यमंत्री से PM ने की दो बार फोन पर बातचीत
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी की बातचीत महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार फोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने घटना का ब्यौरा लिया और घायलों की स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और प्रशासन को आवश्यक मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया।
ऐसे में कुल मिलाकर, प्रशासन और नेताओं द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं ताकि महाकुंभ मेले में कोई और अप्रिय घटना न हो।









