नौकरी बाजार में महिलाओं का दबदबा, यूपी और बंगाल में सबसे ज्यादा महिला वर्कफोर्स

यह तथ्य पत्रक हाल ही में सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी किया गया था। अनइंकॉरपोरेटेड गैर-कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण..

नए भारत का नया उत्तर प्रदेश सफलता की नई कहानी कह रहा है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकड़े कह रहे हैं। महिलाएं अब बढ़-चढ़ कर आगे आ रही हैं। यही वजह हैं कि 2023-24 के वार्षिक सर्वेक्षण के परिणाम सामने आएं हैं जिसके अनुसार, निर्माण क्षेत्र में 58% प्रतिष्ठान महिला प्रोपाइटरों द्वारा नेतृत्व किए गए, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 4 प्रतिशत अंक अधिक है। “वार्षिक सर्वे ऑफ अनइंकॉरपोरेटेड सेक्टर एंटरप्राइजेज (ASUSE) 2023-24” के विस्तृत परिणामों में यह भी दर्शाया गया कि कुल कार्यबल में से 28.1% महिलाएं थीं। खासतौर पर वन अकाउंट एंटरप्राइजेज (OAEs) में महिला कार्यकर्ताओं की संख्या 33.7% रही, जो OAE कार्यबल का एक तिहाई से अधिक है।

महिला प्रोपाइटरों द्वारा नेतृत्व किए गए प्रतिष्ठानों का हिस्सा 2023-24 में 26.2% हो गया, जबकि 2022-23 में यह 22.9% था। अन्य सेवाओं में महिला प्रोपाइटरों का हिस्सा 9.7% से बढ़कर 14.2% हो गया। सर्वेक्षण के अनुसार, कुल हायर किए गए श्रमिकों में महिला कार्यकर्ताओं की हिस्सेदारी 18.5% थी। निर्माण क्षेत्र में महिला कार्यकर्ताओं की भागीदारी सबसे अधिक (46.5%) रही, इसके बाद अन्य सेवाएं (22.5%) और व्यापार (19.21%) का स्थान रहा।

राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में महिला कार्यकर्ताओं की सबसे अधिक हिस्सेदारी (12.7%) है, इसके बाद उत्तर प्रदेश (10.4%) और महाराष्ट्र (9.7%) का स्थान है। पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सबसे अधिक महिला श्रमिकों को रोजगार दिया है, जिनकी हिस्सेदारी क्रमशः 16% और 13% है। सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि पूरे भारत में हर चौथा प्रोपाइटरी प्रतिष्ठान महिला मालिकों द्वारा चलाया जाता है। गुजरात, कर्नाटका, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में एक-तिहाई प्रोपाइटरी प्रतिष्ठान महिला प्रोपाइटरों द्वारा चलाए जाते हैं।

ASUSE सर्वेक्षण ने यह भी अनुमान जताया कि अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच प्रतिष्ठानों की संख्या में 12.8% और कुल रोजगार में 10.1% का इजाफा हुआ है। यह तथ्य पत्रक हाल ही में सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी किया गया था। अनइंकॉरपोरेटेड गैर-कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह बड़ी संख्या में कार्यबल को अवशोषित करने की क्षमता रखता है और लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करता है, साथ ही देश के जीडीपी में भी योगदान करता है।

Related Articles

Back to top button