डिजिटल भुगतान में 11.11% की वार्षिक वृद्धि,आरबीआई की रिपोर्ट में जानकारी

केंद्रीय बैंक ने मार्च 2018 में इस सूचकांक की शुरुआत की थी ताकि देश में भुगतान की डिजिटलीकरण की स्थिति को मापने का एक आधार तैयार किया जा सके।

सितंबर 2024 में डिजिटल भुगतान सूचकांक 465.33 तक पहुंचा

भारत में डिजिटल भुगतान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, और सितंबर 2024 तक इसमें 11.11% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिजिटल भुगतान सूचकांक (RBI-DPI) के अनुसार, सितंबर 2024 में यह सूचकांक 465.33 पर पहुंच गया है, जो मार्च 2024 में 445.5 था।

आरबीआई-DPI सूचकांक में वृद्धि के कारण

आरबीआई ने बताया कि डिजिटल भुगतान सूचकांक में वृद्धि का कारण देशभर में भुगतान बुनियादी ढांचे और भुगतान प्रदर्शन में सुधार है। केंद्रीय बैंक ने मार्च 2018 में इस सूचकांक की शुरुआत की थी ताकि देश में भुगतान की डिजिटलीकरण की स्थिति को मापने का एक आधार तैयार किया जा सके।

आरबीआई-DPI में शामिल पांच प्रमुख पैरामीटर

यह सूचकांक पांच प्रमुख पैरामीटर पर आधारित है, जो देश में डिजिटल भुगतान की गहरी पैठ और फैलाव को मापने में मदद करते हैं:

  1. भुगतान सक्षमकर्ता (25% का वजन)
  2. भुगतान बुनियादी ढांचा – मांग पक्ष के तत्व (10% का वजन)
  3. भुगतान बुनियादी ढांचा – आपूर्ति पक्ष के तत्व (15% का वजन)
  4. भुगतान प्रदर्शन (45% का वजन)
  5. उपभोक्ता केंद्रितता (5% का वजन)

आरबीआई-DPI सूचकांक का प्रकाशन

यह सूचकांक मार्च 2021 से अर्धवार्षिक आधार पर प्रकाशित किया जाता है, जिसमें चार महीने का समय अंतराल होता है।

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