2025 के पहले छह महीने में फ्रेशर्स की मांग में वृद्धि, नई रिपोर्ट में हुआ खुलासा

आईटी सेक्टर में भी फ्रेशर्स की भर्ती में जबरदस्त तेजी आई है, जो H2 2024 में 45% से बढ़कर H1 2025 में 59% तक पहुंचने का अनुमान है।

टिमलीस एडक्टेक द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 के पहले छह महीनों में फ्रेशर्स और पांच साल से कम अनुभव वाले पेशेवरों की मांग में वृद्धि देखने को मिल सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, 649 कंपनियों के सर्वेक्षण में 74% कंपनियों ने कहा कि वे इस अवधि के दौरान फ्रेशर्स को भर्ती करेंगी, जो जुलाई-दिसंबर 2024 के मुकाबले 2% ज्यादा है। वहीं, 1-5 साल के अनुभव वाले पेशेवरों की भर्ती भी 66% से बढ़कर 69% तक पहुंचने की संभावना है।

विभिन्न क्षेत्रों में भर्ती का जोर

सर्वेक्षण के अनुसार, कुछ प्रमुख उद्योगों में 2025 के पहले छह महीनों में फ्रेशर्स की भर्ती में तेजी देखने को मिलेगी। इसमें ई-कॉमर्स और तकनीकी स्टार्टअप्स शामिल हैं, जो H1 2025 में H2 2024 के मुकाबले 9% अधिक भर्ती करने की संभावना है। वहीं, मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 14% और इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर में 3% वृद्धि होने का अनुमान है।

आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स की भर्ती में उछाल

आईटी सेक्टर में भी फ्रेशर्स की भर्ती में जबरदस्त तेजी आई है, जो H2 2024 में 45% से बढ़कर H1 2025 में 59% तक पहुंचने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के आईटी उद्योग में फ्रेशर्स की भर्ती में एक बड़ी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिसमें 150,000 से अधिक एंट्री-लेवल की नौकरियां शामिल हैं। विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, और क्लाउड टेक्नोलॉजी में 30-35% तक की वृद्धि होने की संभावना है।

आवश्यक कौशल और अवसर

टिमलीस एडक्टेक के संस्थापक और CEO, शंतनु रूज ने कहा कि AI-आधारित डोमेन, अनुकूलन क्षमता, और डिजिटल दक्षताओं में कौशल विकास करना जरूरी है, ताकि फ्रेशर्स नौकरी के बाजार में एक मजबूत स्थिति बना सकें। उन्होंने यह भी कहा कि फ्रेशर्स को वर्तमान नौकरी के कौशल को समझकर अपनी पोर्टफोलियो में जोड़ने की आवश्यकता है ताकि वे अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर सकें।

नई और लोकप्रिय नौकरियों की भूमिका

रिपोर्ट के अनुसार, डीप-टेक क्षेत्र में कई नई नौकरियां उभर कर आ रही हैं। इनमें क्लिनिकल बायोइन्फॉर्मेटिक्स एसोसिएट, रोबोटिक्स सिस्टम इंजीनियर, सस्टेनेबिलिटी एनालिस्ट, प्रम्प्ट इंजीनियर, एआई और मशीन लर्निंग इंजीनियर, क्लाउड इंजीनियर और साइबरसिक्योरिटी एनालिस्ट जैसी भूमिकाओं की मांग बढ़ रही है। कंपनियां विशेष रूप से रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन, परफॉर्मेंस मार्केटिंग, नेटवर्क सिक्योरिटी और फाइनेंशियल रिस्क एनालिसिस के क्षेत्र में कुशल उम्मीदवारों को तलाश रही हैं।

निष्कर्ष

रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि 2025 के पहले छह महीनों में फ्रेशर्स के लिए नौकरी के अवसर बढ़ेंगे, विशेष रूप से तकनीकी और डिजिटल कौशल वाले उम्मीदवारों के लिए। इसमें सफलता पाने के लिए फ्रेशर्स को अपनी विशेषज्ञता को ताजगी से बढ़ाना और नए कौशल सीखना आवश्यक होगा।

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