राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की बड़ी छलांग: अगले 5 वर्षों में एसेट्स 29.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद

NPS भारत के पेंशन फंड क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ बनता जा रहा है। अगले कुछ वर्षों में इसमें जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी, जिससे लोगों के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।

भारत का पेंशन फंड तेज़ी से बढ़ते निवेश और नई नीतियों के चलते बड़ी छलांग लगाने को तैयार है।

NPS का AUM अगले 5 वर्षों में दोगुना होने की संभावना

वर्तमान में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के अंतर्गत 14 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां (Assets Under Management – AUM) हैं, जो अगले 5 वर्षों में 29.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। DSP Pension Fund Managers की रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक भारत की कुल पेंशन परिसंपत्तियां 118 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकती हैं, जिसमें NPS की हिस्सेदारी लगभग 25% होगी।

निजी क्षेत्र में NPS का प्रभावशाली प्रदर्शन

पिछले 5 वर्षों में NPS के निजी क्षेत्र का AUM 26.8% वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ा है। 2019-20 में 84,814 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 2,78,102 करोड़ रुपये हो गया है।

  • 2020-2024 के दौरान NPS में नए पंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई:
    • पुरुष सब्सक्राइबर्स की संख्या 65% बढ़ी
    • महिला सब्सक्राइबर्स की संख्या 119% बढ़ी
  • NPS वत्सल्य (NPS Vatsalya), जिसे सितंबर 2024 में लॉन्च किया गया, को अब तक 86,000 से अधिक ग्राहकों ने अपनाया।

भविष्य की संभावनाएं और NPS के विकास के कारक

रिपोर्ट के अनुसार, अगले 5 वर्षों में NPS के निजी क्षेत्र का AUM 9,12,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें 1.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स होंगे।

रिपोर्ट में NPS के विकास के लिए निम्नलिखित प्रमुख कारकों को जिम्मेदार बताया गया है:
✅ सरकारी कर सुधार (Tax Reforms): पुराने और नए टैक्स सिस्टम में NPS को शामिल किया गया है।
✅ NPS वत्सल्य (NPS Vatsalya): माता-पिता द्वारा किए गए योगदान पर टैक्स लाभ।
✅ निजी क्षेत्र के फंड मैनेजर्स को सरकारी कर्मचारियों के लिए अपनाने की बढ़ती प्रवृत्ति।
✅ युवाओं (20-30 वर्ष आयु वर्ग) में NPS की बढ़ती लोकप्रियता।
✅ फंड मैनेजमेंट में टेक्नोलॉजी और AI का इंटीग्रेशन।

भारत में रिटायरमेंट सेविंग गैप और भविष्य की चुनौतियां

DSP Pension Fund Managers के अनुसार, भारत की बुजुर्ग आबादी 2050 तक 2.5 गुना बढ़ने की संभावना है, जिससे औसत रिटायरमेंट लाइफ एक्सपेक्टेंसी 20 वर्ष तक हो सकती है।

  • वर्तमान में, भारत का पेंशन बाजार जीडीपी का मात्र 3% है, जो अभी भी काफी कम है।
  • रिटायरमेंट सेविंग गैप सालाना 10% बढ़ रहा है और 2050 तक यह $96 ट्रिलियन तक पहुंच सकता है।
  • पिछले दशक में नकदी और बैंक डिपॉजिट पर निर्भरता 62% से घटकर 44% हो गई है, जिससे बाजार आधारित निवेश की ओर रुझान बढ़ा है।

DSP Pension Fund Managers का दृष्टिकोण

DSP Pension Fund Managers के CEO राहुल भगत ने कहा,
“हम मानते हैं कि भारत का पेंशन बाजार एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर में है। सही नीतियों और बढ़ती जागरूकता के साथ, यह नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य खोल सकता है। हमारी मजबूत निवेश प्रक्रिया हमें अगले 5 वर्षों में उद्योग के शीर्ष 5 खिलाड़ियों में शामिल होने में मदद करेगी।”

सरकार की नई नीतियों, डिजिटल जागरूकता और युवाओं की बढ़ती भागीदारी से NPS भारत के पेंशन फंड क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ बनता जा रहा है। अगले कुछ वर्षों में इसमें जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी, जिससे लोगों के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।

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