पीएम मोदी ने नेतृत्व के महत्व पर दिया जोर, SOUL कॉन्क्लेव में की रणनीतिक लीडरशिप की बात

तोबगे ने भूटान के महत्वाकांक्षी 'गैलेफू माइंडफुलनेस सिटी' (GMC) प्रोजेक्ट को टिकाऊ विकास का एक मॉडल बताया।

नेतृत्व विकास के लिए SOUL को बताया महत्वपूर्ण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र की प्रगति में नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और सभी क्षेत्रों में व्यवस्थित रूप से सक्षम नेताओं के विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रभावी नेतृत्व सिर्फ राजनीति में ही नहीं, बल्कि व्यापार, प्रौद्योगिकी, शासन और शिक्षा में भी आवश्यक है।

SOUL (School of Ultimate Leadership) कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा,
“SOUL एक ऐसा संस्थान बनेगा, जो व्यक्तियों में क्रिटिकल थिंकिंग, जोखिम लेने और समाधान आधारित मानसिकता विकसित करेगा। आने वाले समय में इस संस्थान से ऐसे नेता उभरेंगे जो बदलावों के बीच भी प्रभावी रूप से कार्य करने में सक्षम होंगे।”

भूटान के पीएम ने मोदी की नेतृत्व क्षमता को बताया बोधिसत्व जैसा

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भूटान के प्रधानमंत्री दशो त्शेरिंग तोबगे ने पीएम मोदी की शासन शैली की तुलना बोधिसत्वों से की, और उनके नेतृत्व को ज्ञान, साहस और करुणा से परिपूर्ण बताया।

तोबगे ने पीएम मोदी से भूटान की नौकरशाही में सुधार के लिए मार्गदर्शन मांगा और कहा कि मोदी के नेतृत्व ने 30 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और भारत को ‘विकसित भारत’ की दिशा में आगे बढ़ाया है।

भूटान के गैलेफू माइंडफुलनेस सिटी (GMC) प्रोजेक्ट का जिक्र

तोबगे ने भूटान के महत्वाकांक्षी ‘गैलेफू माइंडफुलनेस सिटी’ (GMC) प्रोजेक्ट को टिकाऊ विकास का एक मॉडल बताया। उन्होंने भूटान के राजा को इस पहल का प्रेरणास्रोत बताते हुए पीएम मोदी के समर्थन की भी सराहना की।

तोबगे ने कहा, “GMC दो प्रबुद्ध नेताओं की विरासत होगी, जो भूटान-भारत संबंधों को और मजबूत करेगी और वैश्विक अवसर पैदा करेगी।”

उन्होंने भारतीय व्यापार जगत को GMC में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि यह प्रोजेक्ट दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूती देगा

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