
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में सशक्त भू-कानून पास होने के बाद सत्र के दौरान मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ। उनके एक बयान को लेकर विपक्ष ने माफी और इस्तीफे की मांग की।
क्या है विवाद?
- कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाया।
- इस पर मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा, “प्रदेश क्या सिर्फ पहाड़ी लोगों के लिए बचा है?”
- विपक्ष ने इस बयान को पहाड़ी समाज के खिलाफ बताया और आरोप लगाया कि मंत्री ने भेदभावपूर्ण टिप्पणी की।
- प्रेमचंद्र अग्रवाल ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और उन्हें उनकी जाति के कारण टारगेट किया जा रहा है।
विपक्ष का तीखा विरोध
- कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मंत्री से माफी और इस्तीफे की मांग की।
- तमाम पर्वतीय संगठनों ने भी इस बयान का विरोध किया।
मदन बिष्ट पर पलटवार
- मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि मदन बिष्ट शराब पीकर सदन में आए थे।
- यह आरोप लगते ही सदन में और अधिक हंगामा हो गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले पर कहा कि उन्होंने मंत्री प्रेमचंद्र से अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
भू-कानून को लेकर चर्चा के बीच अब यह बयानबाजी राजनीतिक विवाद का रूप ले चुकी है, जिससे राज्य की राजनीति गरमा गई है।